रायबरेली, संवाददाता:
रायबरेली में चार दोस्तों ने पैसों के लालच में अपने ही दोस्त का अपहरण कर उसकी हत्या कर दी। हत्या के बाद शव को झाड़ियों में फेंककर चारों आरोपी आराम से अपने-अपने घर लौट गए। पुलिस ने सूचना मिलने पर त्वरित कार्रवाई करते हुए मामले का खुलासा कर सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
घटना का खुलासा
पुलिस अधीक्षक डॉ. यशवीर सिंह ने बताया कि मृतक मन्ना कबाड़ी, पुत्र जहीर, निवासी इंदिरा नगर, रायबरेली में कबाड़ी की दुकान चलाता था। उसे हाल ही में दुकान खाली करने के बदले बड़ी रकम मिली थी। मन्ना के चार दोस्तों, अवधेश यादव (लालूपुर चौहान), जितेंद्र रावत (गौरा), शहजादे उर्फ बच्चा (सत्य नगर), और शोएब (राणा नगर), को उसकी इस रकम की जानकारी थी।
पैसों के लालच में बना अपहरण और हत्या का प्लान
चारों आरोपियों ने मिलकर मन्ना कबाड़ी को बहलाने के लिए तांबे के माल का सैंपल दिखाने का झांसा दिया और कहा कि लखनऊ में इसका बड़ा स्टॉक है। मन्ना उनके झांसे में आकर कार में सवार हो गया। लखनऊ पहुंचते ही चारों ने उसकी कनपटी पर तमंचा रखकर पैसे मंगवाने के लिए मजबूर किया।
पत्नी ने भेजे 50 हजार, हत्या का किया गया फैसला
मन्ना ने पत्नी को फोन कर पैसे मंगवाए। घर में मौजूद 50,000 रुपये पत्नी ने एक व्यक्ति के माध्यम से पीजीआई गेट पर भिजवा दिए। इसके बाद अपहरणकर्ताओं ने मन्ना को गला घोंटकर मारने का फैसला किया। इंटौंजा थाना क्षेत्र, लखनऊ में ले जाकर उसकी हत्या कर दी गई।
पैसा लूटने और पहचान छिपाने की साजिश
हत्या के बाद आरोपियों ने मन्ना के खाते से 23,000 रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर करा लिए। कुल 73,000 रुपये लूटने के बाद चारों आरोपी रायबरेली लौटकर सामान्य जीवन जीने लगे।
पुलिस की तत्परता से खुला मामला
मन्ना के परिवार की शिकायत पर पुलिस ने जांच शुरू की। अवधेश यादव को हिरासत में लेने के बाद उसने पूरी घटना का खुलासा कर दिया। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए तीन अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया।
बरामदगी और कार्रवाई
पुलिस ने आरोपियों के पास से हत्या में इस्तेमाल तमंचा और लूटे गए 47,000 रुपये बरामद किए हैं। चारों आरोपियों को फिरौती और हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।