लंबे समय से चल रहा है विवाद, कभी भी हो सकता है खूनी संघर्ष
रायबरेलीः बछरावां कस्बे के वार्ड नंबर एक दक्षिण चमरहिया में स्थित जमीन का विवाद कभी भी खूनी संघर्ष का रूप ले सकता है। इसमें एक पक्ष स्थान को तालाब व बंजर बता रहा है, जबकि दूसरा पक्ष जमीन को अपने पक्ष में बैनामा कराने की बात कह रहा है। इसी बात को लेकर बीते 5 दिन पूर्व विवाद हो गया था। पुलिस ने दोनों ओर से मिली तहरीरों के आधार पर रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच शुरू की है। बछरावां कस्बे के वार्ड नंबर एक दक्षिण चमरहिया में एक भूमि है जिसमें एक पक्ष का कहना है कि उक्त भूमि तालाब व बंजर है। जमीन पर अतिक्रमण होने से कस्बे में जल निकासी की समस्या खड़ी हो जाएगी। जबकि दूसरे पक्ष का कहना है कि उक्त जमीन भूमि धरी जमीन है।
इन अलग-अलग दावेदारी को लेकर बीती 11 सितंबर को दो पक्ष आमने-सामने आ गए। दोनों ओर से मारपीट करने का आरोप भी लगा । एक पक्ष की ओर से रामलाल पासी पुत्र स्वर्गीय अहरवा निवासी बलभद्र खेड़ा माजरे जीगों ने आरोप लगाया है कि वह महाराजगंज रोड से दउवा राइस मिल की तरफ जा रहे थे तभी लगभग 40 50 लोग वहां पर इकट्ठा हो थे और लड़ाई झगड़ा कर रहे थे इस दौरान जब वहां बीच बचाव करने पहुंचे तो वहां पर नगर पंचायत अध्यक्ष शिवेंद्र सिंह उर्फ राम जी,राजेश कुमार चौधरी ,गोलू चौधरी, आशीष शुक्ला ,सुनील कुमार उर्फ मटरू, निहाल चौधरी, रामनाथ चौधरी सहित 40 -50 लोगों ने उनको घेर लिया और जाति सूचक गालियां देते हुए जान से मार देने की धमकी दी और जमकर पीट दिया।
इसी मामले में दूसरे पक्ष की ओर से बेचा लाल पुत्र मोलहे निवासी दक्षिण चमरिया तथा सावन किन्नर पुत्री लता किन्नर ने थाने पर तहरीर दी है कि बीती 11 तारीख को नितिन शुक्ला व अंकित शुक्ला पुत्र गण रमेश शुक्ला निवासी जीगों ने तालाब पर कब्जा कब्जा कर रहे थे ।जब उन लोगों ने मना किया तो वहां पर मौजूद उक्त लोगों ने तथा अन्य 100 -150 अज्ञात लोगों ने लाठी डंडे फावड़े लेकर उन लोगों के ऊपर टूट पड़े और जमकर पीटा तथा नाम जद आरोपी ने रिवाल्वर से फायर कर दिया जिससे दहशत फैल गई । स्थानीय लोगों का कहना है कि समय रहते पुलिस द्वारा सख्त कार्यवाही नहीं की गई तो किसी भी समय खूनी संघर्ष भी हो सकता है।