जिले के सभी 1,521 गांवों की संवरेगी सूरत
रायबरेली: जिले के विकास को नई दिशा देने के लिए 1,521 गांवों को मॉडल गांव बनाने की योजना पर तेजी से काम हो रहा है। स्वच्छ भारत मिशन के तहत अब तक 833 गांवों में विकास कार्य शुरू हो चुके हैं, जबकि वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए 688 नए गांवों को मॉडल गांव के रूप में विकसित करने का प्रस्ताव भेजा गया है। इस उद्देश्य के लिए शासन से 17 करोड़ रुपये की मांग की गई है।
स्वच्छता और सुंदरीकरण पर जोर
गांवों को मॉडल बनाने के लिए स्कूलों, धार्मिक स्थलों, पंचायत भवनों, सचिवालयों, आंगनबाड़ी केंद्रों और स्वास्थ्य केंद्रों के साथ गलियों और चौराहों का सुंदरीकरण किया जाएगा। ठोस और तरल कचरे के प्रबंधन के लिए रिसोर्स रिकवरी सेंटर बनाए जाएंगे, जिनमें बायोगैस और जैविक खाद का उत्पादन होगा। इसके अलावा सोकपिट, सीसी रोड, नालियों का निर्माण और तालाबों का सुंदरीकरण भी योजना का हिस्सा है।
स्वयं सहायता समूहों की भूमिका
स्वच्छता और कचरा प्रबंधन के कार्यों में स्वयं सहायता समूहों को जोड़ा जाएगा, ताकि स्थानीय लोगों की भागीदारी सुनिश्चित हो सके।
डीपीआरओ का बयान
जिला पंचायती राज अधिकारी (डीपीआरओ) सौम्य शील सिंह ने बताया कि चयनित गांवों की सूची शासन को भेज दी गई है। बजट प्राप्त होते ही तय मानकों के अनुसार काम शुरू कराया जाएगा। इस प्रयास से जिले के सभी 1,521 गांवों को मॉडल बनाने का लक्ष्य पूरा होगा।