ऋषिकेश के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान को देश स्तर पर बड़ी उपलब्धि
उत्तराखंडः उत्तराखंड के ऋषिकेश स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) को बड़ी उपलब्धि मिली। इस बार देश के चुनिंदा 50 चिकित्सा संस्थानों में से एम्स को 14 वां स्थान हासिल हुआ है। नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिग फ्रेमवर्क (एनआइआरएफ) ने सोमवार को यह सूची जारी की। इसमें पिछली बार एम्स ऋषिकेश 22 वें स्थान पर था। संस्थान की कार्यकारी निदेशक प्रो. मीनू सिंह ने इसे टीम वर्क से की गयी मेहनत का फल बताया है। उत्कृष्ट मेडिकल कॉलेजों की सूची में इस बार एम्स दिल्ली 94.46 स्कोर प्राप्त कर देश में पहले स्थान पर रहा है, जबकि एम्स ऋषिकेश ने पिछले वर्ष की अपेक्षा इस बार बढ़त हासिल कर 63.16 स्कोर के साथ 14 वां स्थान हासिल किया है। प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत बने सभी 06 एम्स संस्थानों की बात करे, तो एम्स ऋषिकेश इन सभी मे पहला स्थान बनाने में कामयाब हुआ है।
सुषमा स्वराज में रखी थी आधारशिलाः
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल में तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री सुषमा स्वराज के हाथों वर्ष 2004 में एम्स, ऋषिकेश की आधार शिला रखी गई थी। केंद्र सरकार की ओर से उस दौरान, ऋषिकेश के अलावा बिहार के पटना, मध्यप्रदेश के भोपाल, ओडिशा के भुवनेश्वर, राजस्थान के जोधपुर और छत्तीसगढ़ के रायपुर में भी नए एम्स संस्थानों की आधार शिला रखी गई थी।
इनको भी मिला स्थानः
प्रो. मीनू सिंह संस्थान की कार्यकारी निदेशक के पद पर संस्थान का नेतृत्व कर रही हैं। नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ) द्वारा सोमवार को जारी की गयी रैंकिंग सूची में इस बार प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत निर्मित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थानों में एम्स भुवनेश्वर को 15 वां, एम्स जोधपुर को 16 वां एम्स पटना को 26 वां, एम्स भोपाल को 31 वां और एम्स रायपुर को 38 वां स्थान प्राप्त हुआ है।