जिस घाट के समीप हैं, वहीं स्नान करें, संगम नोज की ओर जाने का प्रयास न करें
प्रयागराज, सांवाददाताः महाकुंभ में भगदड़ की घटना के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपना पहला बयान जारी किया। उन्होंने श्रद्धालुओं से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की और कहा कि “मां गंगा के जो जिस घाट के समीप हैं, वहीं स्नान करें। संगम नोज की ओर जाने का प्रयास न करें।”
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि प्रशासन द्वारा कई घाट बनाए गए हैं, जहाँ श्रद्धालु सुरक्षित रूप से स्नान कर सकते हैं। उन्होंने प्रशासन के निर्देशों का पालन करने और व्यवस्था बनाने में सहयोग करने की बात की।
इस बीच, मेला अधिकारी विजय किरण आनंद ने सीएम योगी को भगदड़ के कारणों के बारे में जानकारी दी। डीजीपी प्रशांत कुमार और प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद प्रयागराज प्रशासन के साथ लगातार संपर्क में हैं।
धर्म गुरुओं ने भी की अपील
सीएम योगी के साथ-साथ धर्म गुरुओं ने भी श्रद्धालुओं से अपील की। स्वामी रामभद्राचार्य ने कहा कि श्रद्धालुओं को संगम में स्नान का आग्रह छोड़कर, निकटतम घाट पर स्नान करने की सलाह दी। उन्होंने कहा, “लोग अपने शिविर से बाहर न निकलें और अपनी और दूसरों की सुरक्षा का ध्यान रखें।”
बाबा रामदेव ने भी सभी श्रद्धालुओं से आग्रह किया कि वे भक्ति के अतिरेक में न बहें और आत्म अनुशासन का पालन करते हुए सावधानी पूर्वक स्नान करें। वहीं, जूना अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी ने फिलहाल सांकेतिक स्नान किया और लोगों से भी यही अपेक्षाएँ जताईं।
श्रद्धालुओं की सुरक्षा प्राथमिकता
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविन्द्र पुरी ने कहा कि प्रयागराज में इस वक्त 12 करोड़ से अधिक श्रद्धालु हैं, और इतनी बड़ी संख्या में भीड़ को नियंत्रित करना चुनौतीपूर्ण हो सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा उनकी सर्वोत्तम प्राथमिकता है, और लाखों संतों के साथ वे सुरक्षा सुनिश्चित करने में जुटे हैं।
सीएम योगी और धार्मिक नेता मिलकर श्रद्धालुओं से अधिक सावधानी बरतने और अफवाहों से बचने की अपील कर रहे हैं, ताकि महाकुंभ में सभी का धार्मिक यात्रा सुरक्षित और शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो सके।