आख़िर कब तक चलता रहेगा ये “खेल” पब्लिक जाम में जूझती रही, इनके ठेंगे से
लखनऊः सीतापुर-लखनऊ हाईवे के किनारे से एक बार फिर अतिक्रमण पर बुल्डोज़र गरजा। नगर-निगम ने मड़ियांव पुलिस की मद्द से अवैध कारोबार को तहत नहस कर डाला।
पुलिसकर्मियों ने कुछ दुकानों को अवैध बताकर उनसे सोफ़ा हटाया और उसी पर वैध तरीक़े से आराम फरमाने लगे। बस चलता तो आराम के लिए घर भी ले जाते। इसी दौरान हाईवे पर जाम लग गया, पुलिसकर्मियों के सामने लोग घंटों परेशान रहे, लेकिन पुलिसकर्मी टस से मस न हुए। पब्लिक से ज़्यादा ड्यूटी के दौरान आराम ज़रूरी है।

मड़ियांव ओवरब्रिज के पास हाईवे किनारे से लेकर क़रीब एक किलोमीटर से अधिक दायरे में फैले अवैध कारोबार को जेसीबी की मद्द से हटा दिया गया, लेकिन बहुत जल्द ये कारोबार उसी स्थान पर फिर फलने-फूलने वाला है, अगर ऐसा फिर हुआ तो क्या ये बिना पुलिस और संबंधित विभाग के संभव है। ये पब्लिक है सब जानती है।
लग गया जाम.. एक ओर अतिक्रमण हट रहा था तो दूसरी ओर कुछ पुलिसकर्मी आराम के मोड में थे, लखनऊ-सीतापुर हाईवे पर जाम लग गया। इससे लोगों को काफ़ी दिक्कतें हुईं।

ऐसा समय क्यों चुनते हैंः अगर अतिक्रमण हटाना है तो शाम का पीक टाइम ही क्यों चुना जाता है, ऐसा समय क्यों नहीं चुना जाता जिस समय ट्रैफ़िक का लोड कम होता है।