अब आंगनबाड़ी का रजिस्टर बनेगा ‘डिजिटल पहचान’ का विकल्प
लखनऊ,संवाददाता : नए शिक्षा सत्र में बच्चों के स्कूल प्रवेश को लेकर बड़ी राहत की खबर है। अब कक्षा 1 में प्रवेश के लिए आधार कार्ड की अनिवार्यता हटा दी गई है। जिन बच्चों के पास अभी आधार कार्ड नहीं है, उनके लिए परिषदीय विद्यालयों के दरवाज़े खुले रहेंगे।
बेसिक शिक्षा परिषद ने स्पष्ट निर्देश जारी किए हैं कि आधार कार्ड की अनुपस्थिति में बच्चों की आयु की पुष्टि आंगनबाड़ी केंद्र के रजिस्टर के माध्यम से की जाएगी। यानी, अगर आपके बच्चे के पास अभी आधार नहीं है, तो भी घबराने की जरूरत नहीं – अब आंगनबाड़ी रजिस्टर बनेगा ‘डिजिटल पहचान’ का विकल्प।
क्या है नया नियम
- 31 जुलाई 2025 तक छह वर्ष की आयु पूरी करने वाले बच्चों को ही कक्षा एक में प्रवेश मिलेगा।
- प्रवेश के समय आधार कार्ड न होने पर, आयु का निर्धारण आंगनबाड़ी के रिकॉर्ड से किया जाएगा।
- अभिभावकों को समय रहते आधार कार्ड बनवाकर विद्यालय को जमा कराना होगा।
यू-डायस और अपार आईडी का पेंच
यू-डायस पर पंजीकरण और अपार आईडी जनरेट करने के लिए आधार कार्ड आवश्यक होता है। इसके बिना कई विभागीय योजनाओं और सरकारी लाभों तक पहुंच संभव नहीं है। यही वजह है कि शिक्षक अक्सर बिना आधार वाले बच्चों को दाखिला देने से हिचकते रहे हैं।
शिक्षकों के लिए निर्देश
बेसिक शिक्षा विभाग ने स्पष्ट किया है कि शिक्षक आधार कार्ड की अनुपलब्धता के चलते बच्चों को प्रवेश से वंचित न करें। विद्यालयों को निर्देश दिया गया है कि प्रवेश के बाद समय रहते आधार बनवाने की प्रक्रिया सुनिश्चित कराएं।