पाकिस्तान द्वारा संचालित आतंकवाद की गतिविधियों से घुसपैठ में हो रही है वृद्धि
नई दिल्ली,संवाददाता : सेना प्रमुख जनरल उपेन्द्र द्विवेदी ने कहा है कि पूर्वी लद्दाख में चीन से लगती वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर स्थिति स्थिर लेकिन संवेदनशील बनी हुई है, और वहां तैनात सैनिकों की संख्या में अभी कोई कमी नहीं की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय सेना किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह सक्षम है। सेना दिवस से पहले वार्षिक संवाददाता सम्मेलन में जनरल द्विवेदी ने बताया कि पिछले साल के अंत में दोनों देशों के बीच बनी सहमति के बाद कई मुद्दों का समाधान हुआ है, जिसमें सैनिकों की गश्त और चरवाहों की गतिविधियों से संबंधित मुद्दे शामिल हैं। हालांकि, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अप्रैल 2020 के बाद वास्तविक नियंत्रण रेखा पर गतिरोध बना रहा है, और इस नये माहौल में दोनों देशों के बीच विश्वास निर्माण की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में सर्दी के मौसम के कारण सैनिकों की तैनाती में कोई कमी नहीं की जाएगी, और गर्मी के मौसम में स्थिति की समीक्षा के आधार पर निर्णय लिया जाएगा।
जम्मू-कश्मीर की स्थिति पर बात करते हुए जनरल द्विवेदी ने कहा कि घुसपैठ जारी है, लेकिन स्थिति नियंत्रण में है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान द्वारा संचालित आतंकवाद की गतिविधियों से घुसपैठ में वृद्धि हो रही है, लेकिन सुरक्षा बलों ने प्रभावी कदम उठाए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि पिछले साल 15,000 अतिरिक्त सैनिकों की तैनाती की गई थी, और अब तक 73 आतंकवादियों को मारा गया है, जिनमें से 60 प्रतिशत पाकिस्तानी मूल के थे। पूर्वोत्तर में स्थिति में सुधार की बात करते हुए उन्होंने कहा कि कुछ छिटपुट घटनाएं जारी हैं, लेकिन सरकार शांति स्थापित करने के प्रयास कर रही है। म्यांमार सीमा पर निगरानी कड़ी की जा रही है और बाड़ लगाने के कार्य को प्राथमिकता दी जा रही है। बांगलादेश के घटनाक्रम पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि बांगलादेश भारत के लिए रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है और दोनों देशों के बीच सैन्य संबंध अच्छे हैं।