नकल करने के आरोप में नौ अभ्यर्थी गिरफ्तार, तीन महिलाएं भी शामिल
जयपुर,संवाददाता : स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने हाईकोर्ट एलडीसी भर्ती परीक्षा 2022 में ब्लूटूथ के जरिए नकल करने के आरोप में नौ अभ्यर्थियों को गिरफ्तार किया है। इनमें तीन महिलाएं भी शामिल हैं, जो कनिष्ठ सहायक/एलडीसी के पद पर चयनित हुई थीं। एडीजी वी.के. सिंह ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में से कई प्रदेश की विभिन्न कोर्ट में कार्यरत हैं। यह गिरफ्तारी एक लंबी जांच का परिणाम है, जो दिसंबर 2023 में ईओ/आरओ भर्ती परीक्षा में नकल के मामले में गिरफ्तार सरगना पोरव कालेर की पूछताछ के बाद शुरू हुई थी। कालेर ने इस पूछताछ में खुलासा किया था कि उसने 16 अभ्यर्थियों को हाईकोर्ट एलडीसी भर्ती परीक्षा में नकल करने के लिए ब्लूटूथ का इस्तेमाल करने के लिए मदद की थी।
डीआईजी परिस देशमुख और एएसपी हरिप्रसाद सोमानी के नेतृत्व में एसओजी की तकनीकी टीम ने मामले की जांच की और ब्लूटूथ से नकल के पुख्ता सबूत जुटाए। इसके बाद बुधवार को इन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार आरोपियों में बीकानेर, नागौर, हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर और सीकर जैसे शहरों के निवासी शामिल हैं। इन आरोपियों ने चूरू के सालासर टावर से नकल करवाई थी, जहां गिरोह ने परीक्षा के प्रश्नों के उत्तर ब्लूटूथ के जरिए अभ्यर्थियों को भेजे थे।
गिरफ्तार आरोपियों में शामिल व्यक्ति:
- बीकानेर के द्रोपदी सिहाग – पाली में न्यायिक मजिस्ट्रेट बाली में कनिष्ठ सहायक
- श्रीगंगानगर की सुनीता – एसीजेएम कोर्ट सरदारशहर, चूरू
- बीकानेर के उमेश तंवर – न्यायिक मजिस्ट्रेट सुजानगढ़, चूरू
- हनुमानगढ़ की सुमन भुखर – महिला उत्पीड़न कोर्ट, भीलवाड़ा
- नागौर के बीरबल जाखड – ब्यावर कोर्ट
- नागौर के सुरेश – न्यायिक मजिस्ट्रेट दक्षिण, उदयपुर
- बीकानेर के राकेश कस्वा – न्यायालय सीजेएम, उदयपुर
- नागौर के विभीषण – नीमकाथाना कोर्ट
- नागौर के रामलाल – एसीजेएम कोर्ट, गुलाबपुरा, भीलवाड़ा
एसओजी अधिकारियों ने बताया कि इस गिरोह ने नकल के इस नेटवर्क का संचालन किया और अब 18 अन्य संदिग्ध अभ्यर्थियों की भी जांच की जा रही है। इस मामले में गिरफ्तार किए गए आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद, एसओजी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए इस गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश भी तेज कर दी है।