दिल्ली विधानसभा चुनाव के संदर्भ में भाजपा और आम आदमी पार्टी के बीच तीखी नोकझोंक
नयी दिल्ली,संवाददाता : दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के संदर्भ में भाजपा और आम आदमी पार्टी के बीच चुनावी घमासान तेज हो चुका है। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भाजपा उम्मीदवारों के लिए चुनावी सभाएं संबोधित करने का निर्णय लिया है, जिससे दिल्ली की सियासत में नया मोड़ आ सकता है। योगी आदित्यनाथ का चुनावी प्रचार, खासतौर पर दिल्ली की पटपड़गंज विधानसभा सीट पर, आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार अवध ओझा के लिए एक बड़ी चुनौती बन सकता है।
ओझा का बयान:
हालांकि, अवध ओझा ने योगी आदित्यनाथ की रैली का दिल्ली पर कोई खास असर नहीं होने की बात कही है। ओझा ने यह भी कहा कि योगी को राम के आदर्शों के बारे में अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए। राम मंदिर पर पूछे गए सवाल के जवाब में ओझा ने कहा, “अगर वे भगवान राम के जीवन के दस सिद्धांतों को समझा सकते हैं तो बताएं। ये सभी नकली राम भक्त हैं, हम राम के सच्चे भक्त हैं। भगवान राम के आदर्शों का पालन करके ही कोई भी जीवन में सफलता पा सकता है।” ओझा ने भाजपा के प्रचार पर अपनी पार्टी और दिल्ली सरकार के कार्यों को प्रमुख बनाकर चुनावी मैदान में उतरने की बात कही। उनका यह भी कहना था कि दिल्ली की जनता उनके पार्टी के कामों से संतुष्ट है और आगामी चुनाव में उन्हें भारी समर्थन मिलने की संभावना है।
राहुल गांधी पर ओझा की टिप्पणी:
इसके अलावा, ओझा ने लोकसभा में राहुल गांधी की सभा पर भी अपनी टिप्पणी दी। उनका कहना था कि मुसलमान कांग्रेस को नकार रहे हैं, जो इस चुनावी माहौल में एक दिलचस्प मोड़ हो सकता है। दिल्ली विधानसभा चुनाव की 5 फरवरी को वोटिंग और 8 फरवरी को परिणामों के बाद यह साफ होगा कि भाजपा की रणनीति और ओझा जैसे नेता दिल्ली में कितने प्रभावी साबित होते हैं।