अमृतसर में बाबा साहेब अंबेडकर की प्रतिमा तोड़े जाने से बढ़ा विवाद
दिल्ली,संवाददाता : पंजाब के अमृतसर में टाउन हॉल के पास बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा को तोड़े जाने से उपजे विवाद को लेकर कांग्रेस और भाजपा एक हो गई हैं। दोनों पार्टियों ने सत्ता में आसीन आम आदमी पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने इस घटना को बेहद निंदनीय और दुखद बताया। उन्होंने कहा, “26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के पवित्र दिन पर अमृतसर में बाबा साहेब की मूर्ति के साथ बेअदबी करना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। पंजाब सरकार गहरी निद्रा में सो रही है और राज्य का लॉ एंड ऑर्डर अस्त-व्यस्त है। मुख्यमंत्री टूरिज्म में मस्त हैं।” चुघ ने इस घटना को संविधान निर्माता का अपमान करार देते हुए कहा कि पुलिस थाने के सामने संविधान की प्रतियां जलाना भी निंदनीय है। कांग्रेस सांसद गुरजीत सिंह औजला ने इस घटना पर गुस्सा जाहिर करते हुए कहा, “26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाया जा रहा है, लेकिन उसी दिन बाबा साहेब का अपमान करना देश के हर नागरिक का अपमान है। यह घटना निंदनीय है और इसकी जांच होनी चाहिए। राज्य सरकार को इस घटना की गंभीरता को देखते हुए हस्तक्षेप करना चाहिए और दोषियों को कड़ी सजा देनी चाहिए।”
कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने भी पंजाब सरकार पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “बाबा साहेब की मूर्ति तोड़ने की घटना निंदनीय है और पंजाब सरकार को इस पर चुप्पी साधने का कोई अधिकार नहीं है।” बताते चलें कि 26 जनवरी को अमृतसर में एक युवक ने बाबा साहेब की प्रतिमा पर माल्यार्पण के लिए रखी सीढ़ी से चढ़कर हथौड़े से मूर्ति को खंडित करने की कोशिश की। इस घटना के बाद दलित समुदाय के लोग विरोध जताने के लिए वहां पहुंचे।