केजरीवाल ने कहा था कि वह वीआईपी नहीं बनेंगे, लेकिन अब वह दुनिया के सबसे बड़े वीआईपी बन गए
दिल्ली,संवाददाता : निर्दलीय सांसद और कांग्रेस समर्थक पप्पू यादव ने दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) और आम आदमी पार्टी (आप) पर तीखा हमला किया है। पप्पू यादव ने कहा कि, “मैंने नरेंद्र मोदी को झूठ बोलते देखा है, लेकिन अरविंद केजरीवाल उनसे भी आगे निकल गए हैं।” यादव पटपड़गंज विधानसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार अनिल कुमार के लिए प्रचार कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि भाजपा का पूर्वांचल से कोई लेना-देना नहीं है और उनके पास चार मुख्य मुद्दे हैं – हिंदू-मुस्लिम, अडानी का पैसा, चुनाव आयोग और ईडी-सीबीआई। पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव ने आगे कहा, “भा.ज.पा. को देश की कोई परवाह नहीं है।” उन्होंने केजरीवाल पर तंज करते हुए कहा, “केजरीवाल ने कहा था कि वह वीआईपी नहीं बनेंगे, लेकिन अब वह दुनिया के सबसे बड़े वीआईपी बन गए। पेरिस की सड़कें, यमुना, मोहल्ला क्लीनिक, ये सभी मायने नहीं रखते। अगर किसी ने सबसे कम समय में सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार किया है, तो वह अरविंद केजरीवाल हैं।” यादव ने भाजपा और आप को एक ही लकीर पर खींचते हुए कहा कि भाजपा भ्रष्ट है, लेकिन आप से ज्यादा भ्रष्ट कोई नहीं है।
लोगों को याद आ रहा है शीला दीक्षित का समय
पप्पू यादव ने आगे कहा कि अब दिल्लीवाले शीला दीक्षित के समय को याद करने लगे हैं। उन्होंने कहा, “लोगों को शीला दीक्षित के शासनकाल में मेट्रो, ग्रीन दिल्ली और कानून-व्यवस्था की याद आ रही है।”
संदीप दीक्षित ने भी किया हमला
नई दिल्ली विधानसभा से कांग्रेस उम्मीदवार संदीप दीक्षित ने भी आप और भाजपा पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि दोनों पार्टियां बेरोजगारी जैसे अहम मुद्दे का हल देने में नाकाम रही हैं। दीक्षित ने आरोप लगाया, “बेरोजगारी दिल्ली के लोगों की आम चिंता है, लेकिन आप और भाजपा दोनों व्यावहारिक समाधान देने में विफल हैं।” उन्होंने कहा कि कांग्रेस का उद्देश्य आप की सच्चाई को उजागर करना है, जो झूठी उम्मीदों पर जी रहे हैं।
दिल्ली विधानसभा चुनाव पांच फरवरी को
दिल्ली विधानसभा चुनाव 5 फरवरी को एक ही चरण में होंगे, और मतगणना 8 फरवरी को होगी। दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों के लिए कुल 699 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं। कांग्रेस को पिछले दो विधानसभा चुनावों में बड़ा झटका लगा है और वह कोई भी सीट नहीं जीत पाई है। वहीं, आप ने लगातार दो चुनावों में 67 और 62 सीटें जीतकर अपना दबदबा कायम रखा है, जबकि भाजपा को केवल तीन और आठ सीटें मिलीं।