ज्योतिषाचार्य डॉ. उमाशंकर मिश्र – सिद्धिविनायक ज्योतिष एवं वास्तु अनुसंधान केंद्र
लखनऊ,संवाददाता : सूर्य का रत्न माणिक्य (रूबी) बेहद ताकतवर रत्न है, जो नीलम की तरह जल्दी प्रभाव दिखाता है। यह कुरुन्दम समूह का रत्न है और एल्युमिनियम ऑक्साइड इसका प्रमुख तत्व है। सूर्य, जो अग्नि प्रधान ग्रह है, का रत्न माणिक्य होता है। इसे पहनने से व्यक्ति सफलता, धन-दौलत, मान-सम्मान और यश प्राप्त करता है।
किसे पहनना चाहिए माणिक्य रत्न
- मेष, कर्क, सिंह, वृश्चिक, धनु, मीन लग्न वाले व्यक्ति माणिक्य पहन सकते हैं।
- जो लोग जुलाई में या रविवार को जन्मे हैं, उन्हें यह रत्न सूट करता है।
- मूलांक 1, 10, 19 और 28 वाले व्यक्ति भी माणिक्य पहन सकते हैं।
- यदि सूर्य की महादशा चल रही हो, तो माणिक्य पहनने का विचार करें।
सच्चे माणिक्य रत्न की पहचान
माणिक्य रत्न अनार के दाने के समान, गाढ़े रंग का, वजनी और ठंडा होता है। इसे आंखों पर रखने पर ठंडक का अनुभव होता है।
माणिक्य रत्न का प्रभाव
माणिक्य रत्न पहनने से न सिर्फ सफलता मिलती है, बल्कि यह मान-सम्मान, बड़े पदों तक पहुंचने और बीमारी से बचाव में भी मदद करता है। अधिकारियों के लिए यह रत्न ऑफिस में समस्याओं से बचाता है और घर में खुशहाली बनाए रखता है।
कुंडली दिखवाकर माणिक्य पहनने से होगा राजयोग
सूर्य के रत्न माणिक्य का उपयोग कुंडली के अनुसार ही करना चाहिए, क्योंकि यह राजयोग और सफलता का प्रतीक माना जाता है।