यह दिन ब्रह्मांड के दिव्य वास्तुकार भगवान विश्वकर्मा को समर्पित है
ज्योतिषाचार्य डॉ उमाशंकर मिश्रा, लखनऊः विश्वकर्मा पूजा पूरे भारत में धूमधाम के साथ मनाई जाती है। भगवान विश्वकर्मा को सृजन और वास्तुकला का देवता माना जाता है। इस दिन भक्त अपने-अपने क्षेत्र में प्रगति और समृद्धि के लिए विश्वकर्मा जी की विधिवत पूजा करते हैं और उनका आशीर्वाद मांगते हैं । विश्वकर्मा पूजा हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण पर्व माना जाता है। इसे विश्वकर्मा जयंती व विश्वकर्म दिवस के नाम से भी जाना जाता है। यह दिन ब्रह्मांड के दिव्य वास्तुकार भगवान विश्वकर्मा को समर्पित है। इस दिन लोग अपने वाहन, मशीन, औजार, कलपुर्जे, दुकान आदि की पूजा करते हैं। साथ ही घर में विभिन्न प्रकार के पूजा अनुष्ठान करते है।
वैदिक पंचांग के अनुसार, इस साल विश्वकर्मा पूजा
17 सितंबर को अर्थात आज है विश्वकर्मा पूजा मुहूर्त 17 सितंबर 2024 सुबह 06 बजकर 30 मिनट से सायं 04 बजकर 40 मिनट तक हैं। मुहूर्त पूरा दिन पूरी रात्रि है परंतु सुबह 6:30 से 4:40 तक अति विशिष्ट मुहूर्त है I विश्वकर्मा पूजन नियम कार्यस्थल की सफाई करें और उसे सजाएं। पूजा करने से पहले सभी उपकरणों को फूलों से सजाएं है। उपकरणों पर कुमकुम लगाएं और फूल आदि अर्पित करें। फिर दीपक दिखाएं। भगवान विश्वकर्मा की भी विधिवत पूजा करें। तामसिक चीजों से परहेज करें। पूजा के समय क्लेश न करें। भगवान विश्वकर्मा का आशीर्वाद पाने के लिए मिठाइयां, फल और अन्य प्रसाद अर्पित करें। भगवान विश्वकर्मा के वैदिक मंत्रों का जाप करें। गरीबों की मदद करें। पूजा में हुई गलतियों के लिए क्षमा याचना करें।