तालाब और ग्राम समाज की जमीन पर कब्जा कर बनाया गया काम्प्लेक्स मिट्टी में मिलाया,किशोरी से दुष्कर्म के मामले में आरोपित भेजा गया था जेल
अयोध्या : अयोध्या में किशोरी से दुष्कर्म के मामले में जेल भेजे गए सपा नेता मोईद खान के अवैध मार्केट को गुरुवार को बुलडोजर से ढहा दिया गया। पुलिस प्रशासन के अधिकारियों ने भदरसा बाजार में स्थित मार्केट को गिराने की सारी प्रक्रिया पूरी कर ली। जिसके बाद योगी के बुलडोजर ने दुष्कर्मी नेता के अवैध मार्केट को मिट्टी में मिला दिया। आरोपित ने तालाब और ग्राम समाज की जमीन पर कब्जा करके करोड़ों की लागत से ये अवैध निर्माण किया था। इस मामले में सप्ताहभर पूर्व प्रशासन ने नाप-जोख करने के बाद भवन गिराने की चेतावनी देकर किराएदारों को खाली करने की नोटिस दे दी थी। यहां संचालित पीएनबी की शाखा न हटाए जाने से कार्रवाई में विलंब हो रहा था। बुधवार को जैसे ही बैंक स्थानांतरित हुई टीम पहुंच गई है। मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस व पीएसी के जवान तैनात हैं।
यह है मामला :
तीन महीने पूर्व अयोध्या में 12 वर्षीय मासूम से गैंगरेप करने के आरोप में पुलिस ने कुछ दिन पहले सपा नेता भदरसा नगर अध्यक्ष मोइन खान को गिरफ्तार किया था। उसके साथ बेकरी कर्मचारी राजू की भी गिरफ्तारी हुई थी। इस संबंध में पीड़िता के परिवारजन की ओर से तहरीर दी गई थी। जिसपर पुलिस ने दुष्कर्म, पाक्सो एक्ट समेत तमाम गंभीर धाराओं में मोइन खान व अन्य लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था।घटना के बाद से पुलिस संबंधित मामले की विवेचना में जुटी थी। जिसके बाद से पीड़ित परिवारजन को न्याय की आस जगी। उधर विधानसभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या की इस घटना की निंदा करते हुए कहा था कि महिला सुरक्षा के लिए सपा के नेता खतरा बने हैं। उन्होंने कहा कि आरोपित अयोध्या से सपा सांसद का करीबी है। साथ ही यह भी बताया कि अति पिछड़ी जाति की बच्ची के साथ दुष्कर्म व हरदोई में अधिवक्ता की हत्या के मामले में सपा नेताओं का ही हाथ सामने आ रहा है। वह यहीं नहीं रुके कहा कि ऐसे नेता समाज के लिए कोढ़ हैं, ऐसे नेताओं को गोली न मारे तो क्या माला पहनाएं।
कन्नौज में गरजा बुलडोजर:
कन्नौज में भी दुष्कर्म के आरोपित पूर्व ब्लॉक प्रमुख नवाब सिंह यादव के मकान को भी बुलडोजर से गिराकर मिट्टी में मिला दिया गया। नाबालिग पीड़िता की बुआ भी पुलिस की गिरफ्त में हैं। पुलिस के मुताबिक नवाब सिंह के भाई ने पीड़िता की बुआ को बयान दर्ज न कराने को लेकर लालच दिया था। कुछ अन्य के नाम भी लेने को कहा था, जिससे पुलिस की जांच रिपोर्ट प्रभावित की जा सके।