छह लेन का प्रवेश नियंत्रित यह एक्सप्रेस वे करीब 350 किलोमीटर का होगा
रायबरेलीः मेरठ से प्रयागराज तक बन रहा गंगा एक्सप्रेसवे अब आगे बिहार सीमा तक जाएगा। इसके लिए निर्माण के दूसरे चरण का काम प्रयागराज से बलिया तक होगा। छह लेन का प्रवेश नियंत्रित यह एक्सप्रेस वे करीब 350 किलोमीटर का होगा। इस तरह जब गंगा एक्सप्रेसवे के दो चरण पूरे होंगे तो बिहार से आने वाले इसके जरिए सीधे मेरठ, नोएडा और दिल्ली पहुंच सकते हैं। इससे माल की आवाजाही भी तेजी होगी।
एक्सप्रेसवे के दूसरे चरण की योजना बनाई जा रही है। उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) ने इसका सर्वे का काम शुरू कर दिया है। इसके पहले चरण का काम पूरा होने के बाद इसके एलाइमेंट सर्वे के लिए एजेंसी का चयन होगा। यह एक्सप्रेसवे प्रयागराज में जहां से खत्म होगा, वहां से इसे दूसरा चरण शुरू होगा। यह मिर्जापुर, भदोही, वाराणसी, गाजीपुर और बलिया तक जाएगा। बलिया से ही बिहार की सीमा शुरू होती है। खास बात यह कि गाजीपुर में ही गंगा एक्सप्रेसवे पूर्वांचल एक्सप्रेस वे जुड़ेगा। इस तरह पूर्वी यूपी व बिहार से आने वाले लोग गंगा एक्सप्रेसवे के जरिए सीधे एनसीआर पहुंच सकते हैं।
गंगा एक्सप्रेस का इस तेजी से निर्माण चल रहा है और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसे इस साल दिसंबर तक पूरा करने के निर्देश हाल में दिए हैं। ताकि इसे कुंभ मेले के मद्देनजर इसे जनता के लिए चालू किया जा सके। माना जा रहा है कि इसका मुख्य कैरिजवे समय रहते तैयार हो जाएगा। औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल नंदी ने भी कहा है कि इस एक्सप्रेस का दूसरा चरण जल्द शुरू होगा। उन्होंने हाल में गंगा एक्सप्रेसवे निर्माण कार्यों की स्थलीय निरीक्षण कर यह निर्देश दिए साथ ही दूसरे चरण शुरू करने के भी संकेत दिए।
देश का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे होगा गंगा एक्सप्रेसवेः
गंगा एक्सप्रेसवे वर्तमान में 594 किमी का बन रहा है। इसका दूसरा हिस्सा 350 किमी को होगा तो यह पूरा एक्सप्रेसवे 950 किमी से ज्यादा का होगा। यह पूरे देश में सबसे लंबा एक्सप्रेसवे होगा। साथ ही देश के एक्सप्रेसवे का 55 प्रतिशत हिस्सा भी यूपी में होगा। वैसे भी गंगा एक्सप्रेसवे राज्य की अर्थव्यवस्था की मजबूती में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। एडीएम प्रशासन ने बताया कि अब और बेहतर सफर होगा।