वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए अपना बजट 18.9 ट्रिलियन पाकिस्तानी रुपए पेश किया था
लखनऊ,संवाददाता : उत्तर प्रदेश में आज योगी सरकार का नौवां बजट पेश होने वाला है, जिस पर पूरे देश की निगाहें टिकी हुई हैं। उत्तर प्रदेश जनसंख्या के हिसाब से देश का सबसे बड़ा राज्य है, और इस बजट का असर प्रदेश ही नहीं, बल्कि देश की अर्थव्यवस्था पर भी पड़ता है। वित्तीय वर्ष 2025-2026 के इस बजट से प्रदेश के किसानों, महिलाओं, युवाओं और आम जनता को काफी उम्मीदें हैं।
उत्तर प्रदेश का बजट पाकिस्तान से भी बड़ा
उत्तर प्रदेश का पिछला बजट, जो वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए था, पाकिस्तान के बजट से भी बड़ा था।
- उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए 7,36,438 करोड़ रुपए का बजट पेश किया था। इसमें से:
- 5.32 लाख करोड़ रुपये रोजमर्रा के खर्चों (राजस्व व्यय) के लिए,
- 1.54 लाख करोड़ रुपये विकास कार्यों और नई योजनाओं (पूंजीगत व्यय) के लिए तय किए गए थे।
पाकिस्तान का बजट
पाकिस्तान ने वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए अपना बजट 18.9 ट्रिलियन पाकिस्तानी रुपए (PKR) पेश किया था। भारतीय रुपए में इसे बदला जाए तो:
- 1 INR ≈ 3.35 PKR के हिसाब से पाकिस्तान का बजट करीब 5.65 लाख करोड़ रुपए हुआ।
इस हिसाब से उत्तर प्रदेश का बजट पाकिस्तान के बजट से करीब 1.71 लाख करोड़ रुपए ज्यादा है।
पड़ोसी देशों से भी आगे
न केवल पाकिस्तान, बल्कि उत्तर प्रदेश का बजट कई पड़ोसी देशों के बजट से भी बड़ा है:
- बांग्लादेश का बजट 5.70 लाख करोड़ रुपए,
- नेपाल का बजट 1.09 लाख करोड़ रुपए,
- अफगानिस्तान का बजट 4.97 लाख करोड़ रुपए,
- भूटान का बजट 80.5 अरब रुपए है।
यह आंकड़े साबित करते हैं कि उत्तर प्रदेश का बजट सिर्फ देश के लिए नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी महत्वपूर्ण है। योगी सरकार के इस बजट से प्रदेशवासियों को बड़ी उम्मीदें हैं, और यह देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती देने में भी अहम भूमिका निभा सकता है।