पुलिस ने मंगलवार की दोपहर से ही उन्हें हाउस अरेस्ट किया
रायबरेली,संवाददाता : प्रदेश कांग्रेस कमेटी के आवाहन पर विधानसभा का घेराव करने जा रहे एक दर्जन से अधिक कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को लालगंज कोतवाली पुलिस ने रोक लिया। पुलिस उन्हें कोतवाली में दोपहर एक बजे तक बैठाए रही। कांग्रेसी नेता दीपेंद्र गुप्ता ने बताया कि कांग्रेस पार्टी की ओर से प्रस्तावित विधानसभा घेराव को लेकर पुलिस मंगलवार की दोपहर से ही उन्हें हाउस अरेस्ट किया। बुधवार की सुबह जब वह कार्यकर्ताओं के साथ लखनऊ के लिए कूच करने की जिद करने लगे तो पुलिस उन्हें कोतवाली लेकर आ गई। उन्होंने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार की जनता विरोधी नीतियों के विरोध में नाराज कार्यकर्ता विधानसभा का करने जा रहे थे, लेकिन सरकार की दमनकारी नीतियों के कारण उन्हें लखनऊ जाने से पहले ही रोक लिया गया। उन्होंने पुलिस प्रशासन के इस बर्ताव की निंदा की। पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष अनूप बाजपेई ने बताया कि कार्यकर्ताओं को सुबह 11 तक विधानसभा घेराव के लिए लखनऊ पहुंचना था। लेकिन इससे पहले ही पुलिस ने उन्हें रोक लिया। कहा कि पुलिस एक दिन पहले से ही नगर सहित आसपास के क्षेत्र के कई कांग्रेसी नेताओं और कार्यकर्ताओं को नजर बंद कर दिया। टोल प्लाजा सहित नुक्कड़ चौराहों पर पुलिस बल कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को लखनऊ से जाने से रोकने के लिए डटी रही। उन्होंने कहा कि सरकार लोकतांत्रिक मूल्यों का हनन कर रही है।
लोकतंत्र में शांतिपूर्ण तरीके से अपनी बात रखना जायज है। सरकार की लोकतंत्र विरोधी नीतियों और कुशासन से जनता में आक्रोश है। वहीं वरिष्ठ कांग्रेसी नेता व पार्टी के जिला महासचिव महेश प्रसाद शर्मा को उनके घर में ही नजर बंद किया गया। उधर सरेनी में वरिष्ठ कांग्रेसी नेता व पूर्व विधायक अशोक कुमार सिंह व लालगंज ब्लॉक अध्यक्ष कामता प्रसाद गौड़ को पुलिस ने गिरफ्तार किया। इस दौरान सीओ अनिल कुमार सिंह, प्रभारी निरीक्षक संजय कुमार सिंह, नगर पंचायत अध्यक्ष सरिता गुप्ता, कांग्रेसी नेता महेश सिसोदिया, सभासद अतुल शर्मा, फारूक राणा, जीतू सिंह, फैजल, विश्वजीत सिंह, कुलदीप सेठ सहित तमाम कांग्रेसी कार्यकर्ता मौजूद रहे।