इंफ़्रारेड ड्रोन से चौबीस घंटे निगरानी के बाद वन विभाग की टीम को सफलता मिली
बहराइचः बहराइच के महसी तहसील क्षेत्र में आतंक का पर्याय बन चुका पकड़ा गए आदमखोर भेड़िए ने 35 दिन में क़रीब 40 लोगों को निशाना बनाया। वन विभाग की टीम ने उसे पकड़ा तब लोगों ने राहत की सांस ली है। दो मादा और एक नर भेड़िए को पहले ही पकड़ा जा चुका है। बाराबंकी के डीएफओ आकाशदीप के मुताबिक इंफ़्रारेड ड्रोन से चौबीस घंटे निगरानी के बाद सफलता मिली। पिंजरा लगाया गया था, जिसमें भेड़िया फ़ंस गया।
इसी भेड़िए ने अपने दो साथियों के साथ मंगलवार को बालक समेत दो लोगों को फिर मौत के घाट उतारा था। आदमखोर भेड़िया 35 दिन में यहाँ 40 लोगों पर हमला कर उन्हें घायल कर चुका है, क़रीब दर्जनभर लोगों को मौत के घाट भी उतार चुका है। पूरे मामले को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संबंधित अफ़सरों से रिपोर्ट तलब की थी। आदमखोर बच्चों और बुज़ुर्गों को अधिक निशाना बना रहा था। वन विभाग की टीम यहाँ रेस्क्यू कर अब तक तीन भेड़ियों को पकड़ भी चुकी है, जिसमें एक की मौत हो गई और दो को लखनऊ चिड़ियाघर में रखा है।
बहराइच के जंगलों से हैं वाकिफ हैं डीएफओः
डीएफओ ने बताया वह जंगली जानवरों के हरकतों से भलीभांति परिचित हैं। वह बहराइच में रह चुके हैं। यही वजह है कि आंतक का पर्याय बने खूंखार आदमखोर भेडि़यों को पकड़ने की अहम जिम्मेदारी प्रदेश सरकार ने डीएफओ आकाशदीप को दी गई। वह करीब तीन-चार साल तक बहराइच जिले के डीएफओ रहे।