दुबई में छिपा बैठा है कंपनी का फाउंडर समीर अग्रवाल
बाराबंकी, संवाददाताः बिना सरकारी वित्तीय जानकारी दिए चिटफंड के माध्यम से 84 दिनों में धन दुगना करने का दावा कर 250 करोड़ से अधिक रुपयों को हड़पने के मामले में बड़ी कार्रवाई हुई है।
आरोपित एलयूसीसी सोसाइटी के जनपद हेड सहित पांच आरोपियों को बाराबंकी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोप है कि उन्होंने सोसाइटी के फाउंडर समीर अग्रवाल जोकि दुबई में है उसकी सहायता से कई 250 करोड़ से ऊपर की ठगी की है। जबकि इस फर्जी सोसाइटी ने कृषि मंत्रालय से किसानों को बढ़ावा देने सहित अन्य स्कीमों में अपना रजिस्ट्रेशन कर रखा था लेकिन इसका आरबीआई में कोई रजिस्ट्रेशन नहीं था। कृषि मंत्रालय के रजिस्ट्रेशन के तहत यह कंपनी मात्र यूपी और दिल्ली में काम कर सकती थी। लेकिन कंपनी नियमों को दरकिनार कर उत्तराखंड, राजस्थान व मध्य प्रदेश में काम कर रही थी। मात्र जिले व आस पास के जनपदों में पुलिस ने अबतक 56 ब्रांच को बंद कराया है। साथ आरोपी फर्जी कंपनी के विरुद्ध पांच मुकदमे बदोसराय, दो देवा, एक मोहम्मदपुर खाला व एक रामनगर समेत 10 मुकदमें दर्ज किए जा चुके हैं।
पुलिस ने आरोपियों के पास 33 पासबुक, पांच बॉन्ड पेपर, ए एमजी हेक्टर व एक फॉर्च्यूनर कार बरामद की है। जिसके संबंध में गुरुवार को अपर पुलिस अधीक्षक उत्तरी चिरंजीव नाथ सिन्हा ने बताया कि थाना बदोसराय पर किरन वर्मा ने द लोनी अर्बन मल्टीस्टेट क्रेडिट एंड थिप्ट कोआपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड (एलयूसीसी ) के विरुद्ध एजेंट रामनरेश वर्मा पुत्र स्वर्गीय जगदीश प्रसाद निवासी ग्राम बरोलिया द्वारा एक लाख 25 हजार रुपए की धोखाधड़ी करने के बाद कंपनी बंद कर भाग जाने का आरोप लगाते हुए कंपनी के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया। जिसकी जांच पड़ताल में की गई तो कई 100 करोड़ की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। कंपनी वर्ष 2012 से यहां काम कर रही थी। पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए जनपद के हेड संजीव कुमार वर्मा पुत्र कमलेश चंद्र निवासी इब्राहिमपुर मजरे साढेमऊ थाना फतेहपुर ने बताया कि इससे पहले वह सभी ऑप्शन वन, सौरभ अग्रवाल एडवांटेज समेत छह कंपनी बनाकर लोगों से चित फंड के माध्यम से पैसा एकत्रित कर चुके है। एलयूसीसी कंपनी में तीन मैनेजर स्वामी दयाल मिश्रा पुत्र तुलसीराम निवासी भवानी पूर्व मजरे केवलापुर थाना सफदरगंज व रामशरण वर्मा पुत्र सुंदरलाल निवासी घिसियावन पूरवा मजरे मुरलीगंज थाना जैदपुर और एक कलेक्शन कर्ता रामनरेश वर्मा पुत्र स्वर्गीय जगदीश प्रसाद निवासी बरौलिया काम करता था। जिन्हें भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
क्या कहते हैं एएसपी
वही इस संबंध में अपर पुलिस अधीक्षक (एएसपी) उत्तरी ने यह भी बताया कि मामले में संजीव से की गई पूछताछ में पता चला है शहर में जमुरिया नाला के निकट रहने वाले उत्तम सिंह राजपूत बाराबंकी आसपास जिले में कंपनी का काम देखते थे। जिसकी पत्नी माया सिंह इस कंपनी की कोषाध्यक्ष बताई गई। जबकि दिनेश कुमार सिंह निवासी आलापुर, अखिलेश मिश्रा निवासी भवानीपुर व संतोष कुमार मिश्रा निवासी अहमदनगर थाना जैदपुर को दोषी पाए जाने पर वांछित किया गया है। जिन्हे गिरफ्तार करने के लिए पुलिस लगातार दबिश दे रही है।