मोहर्रम अली हत्याकांड में लंबे समय से फरार मामू उर्फ छोटे पर आखिरकार कसा शिकंजा
पालघर/कानपुर,संवाददाता : 24 वर्षों से फरार हत्या के आरोपी को महाराष्ट्र पुलिस ने उत्तर प्रदेश के कानपुर से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी की पहचान मामू उर्फ छोटे उर्फ बाबून ओमप्रकाश श्रीसाहूनी दिवाकर (50) के रूप में हुई है। यह गिरफ्तारी पालघर जिले के चर्चित मोहर्रम अली हत्याकांड (2001) से जुड़ी है।
हत्या की पृष्ठभूमि:
- 14 जनवरी 2001, विरार इलाके में मामू ने मोहर्रम अली मोहम्मद इब्राहिम अली (46) के पेट पर धारदार हथियार से हमला किया था।
- आरोपी का दावा है कि मोहर्रम उसके ऑटोरिक्शा में बिना किराया दिए यात्रा करता था, जिससे विवाद हुआ और हत्या की वारदात सामने आई।
- मामले में धारा 302 (हत्या) के तहत केस दर्ज हुआ था। सह-आरोपी हारून अली सैयद को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था, लेकिन मामू फरार हो गया।
24 साल बाद खुला बंद फाइल का पन्ना
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) मदन बल्लाल ने बताया कि मामला दो दशकों से निष्क्रिय पड़ा था, लेकिन 2024 में फिर से जांच शुरू की गई आरटीओ रिकॉर्ड, पुराने ऑटो चालकों की सूची, और टेक्निकल सर्विलांस की मदद से पुलिस को मामू के बेटे और भतीजे के मोबाइल नंबरों से सुराग मिला। जांच के बाद पुलिस को पता चला कि आरोपी कानपुर के पहाड़पुर क्षेत्र में छिपा हुआ है।
कैसे हुई गिरफ्तारी:
- विशेष पुलिस टीम उत्तर प्रदेश भेजी गई।
- कई दिनों तक निगरानी के बाद, कानपुर पुलिस की मदद से आरोपी को हामिदपुर रोड स्थित एक पेट्रोल पंप के पास से गिरफ्तार किया गया।
मदन बल्लाल ने कहा:
“24 साल बाद किसी को पकड़ना आसान नहीं होता, लेकिन हमारी टीम ने हार नहीं मानी। तकनीक और सतत निगरानी ने इस केस को हल कर दिखाया।”