हाईटेक तंत्र, एआई और ड्रोन से होगी निगरानी
प्रयागराज,संवाददाता : दुनिया के सबसे बड़े सांस्कृतिक समागम महाकुंभ में आस्था की डुबकी लगाने आने वालों को तीन स्तरीय सुरक्षा जांच से गुजरने के बाद ही मेला क्षेत्र में प्रवेश मिलेगा। महाकुंभनगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी के अनुसार, महाकुंभ, प्रयागराज और आसपास के जिलों में सुरक्षा व्यवस्था को सख्त करने के लिए तीन स्तरीय सुरक्षा तंत्र मुस्तैद किया गया है, जिससे प्रत्येक श्रद्धालु की सुरक्षा को सुनिश्चित किया जा सके। महाकुंभ की सुरक्षा को लेकर द्विवेदी ने कहा, “महाकुंभ पर पूरी दुनिया की नजर टिकी है, इसलिए इस बार सुरक्षा तंत्र को और भी मजबूत किया जा रहा है।” पुलिस ने महाकुंभ नगर में कई चेकिंग प्वाइंट्स बनाए हैं, जहां संदिग्ध गतिविधियों पर नज़र रखने के लिए खुफिया दस्ते भी सक्रिय हैं। इन दस्तों का कार्य संदिग्ध गतिविधियों पर पैनी नजर रखना और वरिष्ठ अधिकारियों से तालमेल बनाकर सुरक्षा ऑपरेशंस को प्रभावी ढंग से लागू करना है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से निर्देश दिए गए हैं कि महाकुंभ को एक अविस्मरणीय आयोजन बनाया जाए, और किसी भी गलत इरादे से महाकुंभ में प्रवेश न कर सके। इसी उद्देश्य के तहत, जनपद प्रवेश के दौरान प्रत्येक व्यक्ति की चेकिंग का इंतजाम किया गया है और सुरक्षा व्यवस्था को हाईटेक किया जा रहा है। साथ ही, नए साल के मौके पर महाकुंभ नगर की पुलिस पूरी तरह से अलर्ट मोड में आ गई है। मंदिरों और प्रमुख स्थानों पर सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ा दिया गया है। द्विवेदी ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का इस बार खास ध्यान डिजिटल महाकुंभ पर है। इसके तहत, महाकुंभ में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) कैमरों का उपयोग किया गया है। इसके अतिरिक्त, ड्रोन, एंटी-ड्रोन और थंडर ड्रोन भी तैनात किए गए हैं। इनकी मदद से सुरक्षा के मोर्चे पर नजर रखी जाएगी। इस बार श्रद्धालुओं की साइबर सुरक्षा का भी विशेष ध्यान रखा गया है। देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं की साइबर सुरक्षा के लिए साइबर पेट्रोलिंग तेज कर दी गई है। महाकुंभनगर की सुरक्षा व्यवस्था में सबसे काबिल और अनुभवी पुलिसकर्मियों को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गई है, ताकि सभी श्रद्धालुओं की यात्रा सुरक्षित और निर्विघ्न हो सके।