संगम तट पर उमड़ी संत-महात्माओं और श्रद्धालुओं की भारी भीड़
प्रयागराज,संवाददाता : आज बसंत पंचमी के पावन अवसर पर महाकुंभ 2025 के अंतर्गत संगम तट पर भव्य अमृत स्नान का आयोजन किया जा रहा है। संत-महात्माओं और श्रद्धालुओं की भारी भीड़ संगम तट पर उमड़ी है। इस मौके पर देशभर के प्रमुख संतों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रशंसा की, जिन्होंने इस आयोजन के लिए भव्य और दिव्य व्यवस्थाएं की हैं। बसंत पंचमी के इस पावन पर्व पर पूरा विश्व भारत की ओर देख रहा है। हमारे सामाजिक सद्भाव और आध्यात्मिक मूल्यों की सराहना की जा रही है। योग और आयुर्वेद के माध्यम से भारत की स्वीकृति वैश्विक स्तर पर बढ़ रही है। हम वही हैं, जो पूरे संसार को अपना परिवार मानते हैं। इस अवसर पर यह भी आह्वान किया गया कि अधिक से अधिक वृक्ष लगाए जाएं और प्लास्टिक का उपयोग कम किया जाए।
संतों और श्रद्धालुओं का संदेश
आचार्य महामंडलेश्वर और निरंजन पीठाधीश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी जी महाराज ने कहा, “कोई भी सरकार इस परंपरा को तभी समझ सकती है जब सरकार में धर्म को समझने वाला हो, और धर्म को योगी आदित्यनाथ से बेहतर कोई नहीं समझ सकता।” वहीं, आनंद अखाड़े के आचार्य स्वामी बालिकानंद गिरी जी ने बताया कि अमृत स्नान को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ में बहुत भाव और दिव्य तैयारी की है, और शासन और प्रशासन का पूरा सहयोग प्राप्त है। महंत रविंद्र पुरी, अध्यक्ष, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने बताया कि आज बसंत पंचमी के अवसर पर अंतिम ‘अमृत स्नान’ है और इस बार स्नान के लिए श्रद्धालुओं को 40 मिनट का समय दिया गया है। उन्होंने सभी श्रद्धालुओं से आग्रह किया कि वे बिना आवश्यक कारण संगम घाट न आएं।
शांति और एकता का संदेश
अटल पीठाधीश्वर स्वामी विश्वात्मानंद सरस्वती ने कहा कि अमृत स्नान शांतिपूर्वक और उत्कृष्ट तरीके से संपन्न हुआ। इस कुम्भ मेला का उद्देश्य विश्व में शांति और एकता स्थापित करना है। सभी जाति और धर्म के लोग यहां एकत्रित होते हैं, और एकता, समृद्धि, और भाईचारे की भावना बनी रहती है। महामंडलेश्वर स्वामी ज्योतिर्मयानंद गिरी महाराज ने कहा, “महाकुंभ स्वयं में अमृत स्नान है। मुग़ल शासन के दौरान जिसे शाही स्नान कहा जाता था, वह आज वैदिक संस्कृति में अमृत स्नान के रूप में प्रतिष्ठित है।” आध्यात्मिक गुरु देवकीनंदन ठाकुर ने कहा कि आज का स्नान पूरे विश्व के कल्याण के लिए प्रार्थना करने का अवसर है। महाकुंभ में प्रशासन द्वारा किए गए इंतजाम उत्कृष्ट हैं, और यहां सभी प्रकार के लोग एकत्रित हो रहे हैं। महामंडलेश्वर विश्वेश्वरानंद सरस्वती महाराज ने कहा, “बसंत पंचमी के अवसर पर अमृत स्नान हो रहा है। इस कुम्भ में इतनी बड़ी संख्या में लोग आए हैं, यह पहले कभी नहीं हुआ था। बच्चों और बुजुर्गों को पहले स्नान कराया जाना चाहिए, और सभी श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जानी चाहिए।” महाकुंभ 2025 का यह अमृत स्नान एक दिव्य और ऐतिहासिक अवसर है, जो विश्व के समग्र कल्याण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।