किसी भी तरह के संक्रमण से जानवरों और दर्शकों को बचाने 14 मई से बंद कर दिया गया था चिड़ियाघर
लखनऊ,संवाददाता : लखनऊ प्राणि उद्यान (नवाब वाजिद अली शाह प्राणि उद्यान) गुरुवार से फिर आम दर्शकों के लिए खोल दिया जाएगा। यह जानकारी चिड़ियाघर की निदेशक अदिति शर्मा ने दी। गोरखपुर स्थित शहीद अशफाक उल्ला खां प्राणि उद्यान में एक बाघिन की एच5 एवियन इन्फ्लुएंजा (बर्ड फ्लू) से मौत के बाद राज्यभर के सभी चिड़ियाघरों को हाई अलर्ट पर रखा गया था।
लखनऊ प्राणी उद्यान को भी 14 मई से बंद कर दिया गया था ताकि किसी भी तरह के संक्रमण से जानवरों और दर्शकों को बचाया जा सके। पहले 20 मई तक बंदी की बात कही गई थी बाद में स्थिति की समीक्षा के बाद यह अवधि आगे बढ़ा दी गई थी। अब प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव) के आदेश पर 29 मई से चिड़ियाघर को दोबारा खोलने की अनुमति दे दी गई है। लखनऊ प्राणी उद्यान शहर के बच्चों और परिवारों के बीच बेहद लोकप्रिय पिकनिक स्पॉट है। गर्मियों की छुट्टियों के बीच इसका दोबारा खुलना दर्शकों के लिए एक बड़ी राहत है। प्रशासन ने बायोसेफ्टी और नियमित निगरानी की व्यवस्था की है। बर्ड फ्लू बीमारी फैलने की आशंका से लगभग दो सप्ताह पहले बंद किए उत्तर प्रदेश के चिड़ियाघर और लायन सफारी गुरुवार से खुल जाएंगे। प्रमुख मुख्य वन संरक्षक, वन्यजीव अनुराधा वेमुरी ने बताया कि लखनऊ का चिड़ियाघर और इटावा का लायन सफारी से आम जनता के लिए पुन: खोला जा रहा है। हालांकि, गोरखपुर और कानपुर के चिड़ियाघर अग्रिम आदेशों तक बंद रहेंगे।
वहीं, लखनऊ स्थित नवाब वाजिद अली शाह प्राणि उद्यान भी गुरुवार से दर्शकों व पर्यटकों के लिए खुल रहा है। प्रधान मुख्य वन संरक्षक-वन्य जीव के आदेश पर यह फैसला लिया गया है। गोरखपुर स्थित शहीद अशफाक उल्ला खां प्राणि उद्यान और कानपुर प्राणि उद्यान में एवियन इंफ्लूएंजा- बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद सुरक्षा की नजर से लखनऊ चिड़ियाघर को 27 मई तक के लिए बंद कर दिया गया था। निदेशक अदिति शर्मा के मुताबिक, दो सप्ताह की बंदी के दौरान सभी वन्य जीवों की सघन मॉनीटरिंग की गई। लखनऊ चिड़ियाघर में बर्ड फ्लू का कोई मामला नहीं सामने आया।