वरिष्ठ पत्रकार ने भांडा फोड़ा, अफसरों को किया अलर्ट
लखनऊ,संवाददाता : साइबर अपराधी अब पुलिस अधिकारियों के नाम पर लोगों को ठगी का शिकार बना रहे हैं। पुलिस भर्ती बोर्ड के एडीजी के नाम से फेसबुक पर फर्जी अकाउंट बनाकर ठगी के प्रयास को एक वरिष्ठ पत्रकार ने विफल करने के साथ पुलिस को कुछ अधिकारियों को भी अलर्ट किया है।

यह है मामला
जानकारी के मुताबिक, जालसाजों ने पुलिस भर्ती बोर्ड के एडीजी अशोक भुता जैन के नाम से 19 मई को फेसबुक पर एक आईडी बनाई और लोगों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजनी शुरू कर दी। जालसाज ने आईपीएस अशोक मुथा जैन के स्थान पर अशोक भुता जैन लिखा। त्रुटि मानकर चंद दिनों में 121 लोगों ने फ्रेंड रिक्वेस्ट एक्सेप्ट कर ली। इसमें कई आईपीएस अधिकारी, सेवानिवृत्त आईपीएस, पत्रकार एवं अन्य गणमान्य लोग शामिल हैं। फ्रेंड बनाने की होड़ में जालसाज ने रविवार देर शाम वरिष्ठ पत्रकार संजय त्रिपाठी को अपनी मित्रमण्डली में शामिल करके ठगी के इरादे से रिक्वेस्ट भेजी। फ्रेंड रिक्वेस्ट एक्सेप्ट होने पर औपचारिक चैटिंग के बाद मोबाइल नंबर मांगा। कार्य में व्यस्त संजय त्रिपाठी के मोबाइल नंबर देने पर मैसेज भेजा कि सीआरपीएफ में कैंप ऑफिसर सुमित कुमार उनके परिचित हैं।
तीन लाख से अधिक के सामान को सवा लाख में बिकवाने की पेशकश
उनका दूसरे प्रांत तबादला हो गया है। वह अपना फर्नीचर, बीएड, फ्रिज व अन्य सामान बेचना चाहते हैं। मदद कर दीजिए। कुछ देर बाद सुमित ने मोबाइल नम्बर 9101089692 से व्हाट्सएप कॉल करके सामान तुरंत बिकवाने का अनुरोध किया। विभिन्न वस्तुओं की फोटो भेजीं। तीन लाख से अधिक के सामान को सवा लाख में बिकवाने की पेशकश की। निजी कार्यों से निवृत्त होकर संजय त्रिपाठी ने एडीजी अशोक भुता जैन के नाम से बनी फेसबुक आईडी का मंथन किया और सीआरपीएफ के कथित कैंप ऑफिसर सुमित कुमार के व्हाट्सएप मेसेज चेक किए। जालसाजी का संदेह होने पर चैटिंग शुरू कर दी। सुमित ने सोमवार सुबह कहा कि आवास खाली करने का काफी दबाव है लिहाजा कोई एड्रेस दे दीजिए जहां सामान भेज दें, साथ ही कहा कि पूरा पेमेंट तुरंत सम्भव न हो तो सिर्फ 20 हजार एडवांस कर दीजिए। जालसाजी का संदेह गहराने पर संजय त्रिपाठी ने उसे क़्यूआर कोड भेजने को बोला। इसके बाद एडीजी अशोक मुथा जैन को कॉल की।

उन्होंने बताया कि उनके नाम से फेसबुक पर फर्जी आईडी बनाकर कई लोगों से ठगी कर चुका है। अन्य प्रांतों में एफआईआर भी दर्ज हैं। इसके बाद संजय त्रिपाठी ने अशोक भुता जैन से फेसबुक पर जुड़े एक आईजी और सेवा निवृत्त आईपीएस के साथ पुलिस भर्ती बोर्ड में कार्यरत अधिकारी को अलर्ट किया। इन अधिकारियों ने बताया कि एडीजी अशोक मुथा जैन से सम्बंध के चलते फ्रेंड रिक्वेस्ट एक्सेप्ट की थी, मुथा के स्थान पर भुता खटका जरूर लेकिन लिपिकीय त्रुटि समझ लिया था।