रामनाथस्वामी मंदिर में आयोजित प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में शामिल हुए
अयोध्याः मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार को अपने तय कार्यक्रम के तहत अयोध्या पहुंचे। योगी सुबह सबसे पहले रामकथा पार्क पहुंचे और यहां से सीधे रामसेवकपुरम में नव स्थापित श्री रामनाथस्वामी मंदिर गए, जहां आयोजित भव्य महाकुंभाभिषेकम् व प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में सम्मिलित हुए।फिर कारसेवकपुरम में ‘भारतात्मा अशोक जी सिंघल वेद पुरस्कार-2024’ के वितरण समारोह कार्यक्रम में शामिल हुए। यह पुरस्कार स्व. अशोक सिंघल की स्मृति में सर्वश्रेष्ठ विद्यार्थी, सर्वश्रेष्ठ विद्यालय व सर्वश्रेष्ठ शिक्षक़ों को दिए जाते हैं।
योगी ने जहां लहराया ध्वज, वहीं रुके थे कार सेवकः
सीएम नवनिर्मित रामनाथ मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल हुए। यहां शिखर पर ध्वज लहराया। ख़ास बात यह है कि मंदिर का जिस स्थान पर निर्माण हुआ है, वहां आंदोलन के दौरान कारसेवक भी रुके थे। योगी ने मंदिर के गर्भग्रह में पहुंचकर भगवान भोलेनाथ की पूजा की। दक्षिण भारतीय शैली में निर्मित भगवान शिव के मंदिर के उद्घाटन के बाद सीएम मंच पर पहुंचे। इस मौके दक्षिण भारतीय शैली में छात्र-छात्राओं ने सीएम का स्वागत किया।
आंदोलन में अशोक सिंघल जी की भूमिका अहम:
सीएम योगी ने मंच से कहा कि श्रीरामजन्मभूमि आंदोलन में अशोक सिंघल जी की भूमिका बेहद अहम थी। उठते, बैठते, जागते उनके मन और मस्तिष्क पर हर समय सिर्फ यही रहता था कि रामजन्मभूमि हर हाल में लेकर श्री रामलला को विराजमान करवाना है, आज उनका सपना साकार हुआ। योगी ने कहा कि विश्व हिंदू परिषद और आरएसएस में भी अशोक जी का योगदान अतुलनीय है। वह पूरी तरह से सनातन धर्म के प्रति समर्पित थे। देशभर के पूज्य संतों को आंदोलन के दौरान एक मंच पर लाने का कार्य किया। आंदोलन के दौरान वेद विद्यालय और एकल विद्यालय की स्थापना कर अशोक जी ने कीर्तिमान स्थापित किया।