डेयरी उत्पादों जैसे घी, मक्खन और दूध पाउडर पर पड़ सकता है गंभीर असर
दिल्ली,संवाददाता : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नए ‘पारस्परिक टैरिफ’ (Reciprocal Tax) का दुनिया की अर्थव्यवस्था पर गहरा असर पड़ने की संभावना है। ट्रंप द्वारा लागू किए गए इस नए टैक्स की चर्चा जोरों पर है। हालांकि, जितने टैरिफ की आशंका थी, उससे कम लगने के कारण कई देशों ने राहत की सांस ली है। कुछ देशों के लिए यह सजा की तरह है, जबकि कुछ के लिए यह वरदान साबित हो सकता है। भारत में इस पर मिश्रित प्रतिक्रियाएँ सामने आई हैं।
भारत पर असर:
भारत के लिए इस टैरिफ से कुछ क्षेत्रों को फायदा हो सकता है, जबकि कुछ क्षेत्रों पर विपरीत असर पड़ने की संभावना है।
- कपड़ा उद्योग: भारत के कपड़ा उद्योग को सबसे ज्यादा फायदा हो सकता है। चीन (54%) और बांग्लादेश (37%) से आने वाले कपड़ों पर अधिक टैरिफ लगाए जाने से भारतीय कपड़े सस्ते हो जाएंगे।
- इलेक्ट्रॉनिक्स निर्यात: भारत के इलेक्ट्रॉनिक्स निर्यातकों को भी फायदा हो सकता है, क्योंकि वियतनाम जैसे देशों पर अधिक टैरिफ लगने से व्यापार भारत की ओर स्थानांतरित हो सकता है।
- फार्मा उद्योग: भारत की दवा उद्योग के लिए राहत की बात है, क्योंकि दवाओं को इन टैरिफ से छूट दी गई है। भारत से अमेरिका को हर साल लगभग नौ अरब डॉलर की दवा निर्यात होती है, जो इसका सबसे बड़ा औद्योगिक निर्यात क्षेत्र है।
- जेम्स और ज्वैलरी सेक्टर: हालांकि, जेम्स और ज्वैलरी सेक्टर को नुकसान हो सकता है, क्योंकि ज्वैलरी पर टैरिफ मौजूदा 5-7% से बढ़कर 27% तक हो जाएगा। भारत हर साल 11 अरब डॉलर की ज्वैलरी अमेरिका को निर्यात करता है।
- ऑटो सेक्टर: भारतीय ऑटो एंसिलियरी कंपनियों के निर्यात में अमेरिका का 16% हिस्सा है। तैयार वाहनों के निर्यात में 5% हिस्सा है, जिन पर पहले औसतन 2.4% शुल्क लिया जाता था, जो अब 25% हो जाएगा।
- डेयरी उत्पाद: डेयरी उत्पादों जैसे घी, मक्खन और दूध पाउडर पर गंभीर असर पड़ सकता है, जिससे इन उत्पादों की कीमत अमेरिका में बढ़ सकती है।
ग्लोबल असर:
- अमेरिका में महंगाई: ट्रंप के टैरिफ का असर अमेरिकी बाजारों पर भी पड़ा है, जिसमें लगभग 2 ट्रिलियन डॉलर का नुकसान हुआ है। एपल, नाइकी और वॉलमार्ट के शेयरों में बड़ी गिरावट आई है।
- फ्रांस और कनाडा का रुख: फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने अमेरिकी बाजार में निवेश स्थगित करने का आह्वान किया है। वहीं, कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने वाहनों पर 25% टैरिफ लगाने की घोषणा की है।
- ब्राजील का प्रतिक्रिया: ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला दा सिल्वा ने कहा कि उनका देश ट्रंप के टैरिफ से खुद को बचाने के लिए सभी उचित उपाय करेगा।
भारत की प्रतिक्रिया:
केंद्र सरकार ने बताया है कि वाणिज्य मंत्रालय अमेरिका के नए टैरिफ आदेशों की सावधानीपूर्वक जांच कर रहा है। यह देखा जा रहा है कि भारत के लिए यह नए टैरिफ फायदे या नुकसान का कारण बन सकते हैं।
विशेषज्ञों की राय:
भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने इसे ‘सेल्फ गोल’ करार दिया और कहा कि इससे अल्पावधि में अमेरिका को नुकसान होगा। इस नए टैरिफ से न केवल अमेरिका, बल्कि पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था पर गहरा असर पड़ सकता है, और इसका असर विभिन्न देशों की नीतियों पर भी पड़ने की संभावना है।