क्षेत्र के विस्तार और समृद्धि से न केवल ऑटोमोबाइल उद्योग, बल्कि समग्र अर्थव्यवस्था को मिलेगी नई दिशा
दिल्ली,संवाददाता : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को “भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो 2025” में अपने संबोधन के दौरान भारत के ऑटोमोबाइल सेक्टर की ऐतिहासिक बढ़ोतरी की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि देश में हर साल 2.5 करोड़ से अधिक कारें बिक रही हैं, जो कई देशों की जनसंख्या से भी अधिक हैं। प्रधानमंत्री ने इसे देश की युवा आबादी, बढ़ती आय, और मजबूत होती मध्यम वर्ग से जोड़ा और कहा कि सरकार की “मेक इन इंडिया” और प्रोडक्शन-लिंक्ड इंसेंटिव (PLI) योजनाओं ने इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले दशक में 25 करोड़ से अधिक लोग गरीबी से बाहर निकलकर मध्यम वर्ग में शामिल हो गए हैं। यह नया मध्यम वर्ग न केवल उच्च महत्वाकांक्षाओं से प्रेरित है, बल्कि उनकी कार खरीदने की क्षमता भी बढ़ी है। उन्होंने यह भी बताया कि पिछले दस वर्षों में 25 करोड़ से अधिक लोग गरीबी से बाहर आए, और यह नया मध्यम वर्ग अब वाहन खरीदेगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत में ऑटोमोबाइल सेक्टर की वृद्धि देश की लंबी अवधि की आर्थिक विकास और स्थिरता के लक्ष्य के साथ जुड़ी हुई है। इस क्षेत्र के विस्तार और समृद्धि से न केवल ऑटोमोबाइल उद्योग, बल्कि समग्र अर्थव्यवस्था को नई दिशा मिलेगी।
मोदी ने भारत में सड़क नेटवर्क और मल्टी-मोडल कनेक्टिविटी में हो रहे सुधारों का उल्लेख करते हुए कहा कि यह ऑटोमोबाइल सेक्टर के विस्तार में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। हाल के बजट में 11 लाख करोड़ रुपये से अधिक राशि बुनियादी ढांचे के विकास के लिए आवंटित की गई है, जिसमें मल्टी-लेन हाईवे और बेहतर कनेक्टिविटी पर जोर दिया गया है। इसके अलावा, फास्टैग और स्मार्ट मोबिलिटी जैसी तकनीकों के उपयोग से यात्रा में आसानी हुई है और ऑटो सेक्टर को भी बढ़ावा मिला है। प्रधानमंत्री ने “मेक इन इंडिया, मेक फॉर द वर्ल्ड” के मंत्र का उल्लेख करते हुए बताया कि अब भारत केवल घरेलू मांग को पूरा करने तक सीमित नहीं है, बल्कि वैश्विक बाजारों में भी निर्यात बढ़ा रहा है। उन्होंने कहा कि मेक इन इंडिया के तहत सस्ती कारें बनाई जा रही हैं, जिससे भारत न केवल अपनी घरेलू जरूरतों को पूरा कर रहा है, बल्कि वैश्विक ऑटोमोबाइल हब बनने की ओर बढ़ रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत का ऑटोमोबाइल सेक्टर अब वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान बना रहा है। भारत की बढ़ती युवा आबादी, जो तेजी से तकनीक और नवाचार से जुड़ रही है, इस सेक्टर को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी। उन्होंने विश्वास जताया कि भारत का विकसित राष्ट्र बनने का सफर मोबिलिटी सेक्टर के अभूतपूर्व विस्तार और परिवर्तन के साथ होगा।