पायलट प्रोजेक्ट के तहत होगा यूवी रोबोटिक सैनिटाइजेशन
दिल्ली,संवाददाता : भारतीय रेलवे में यात्रियों को दी जाने वाली ऊनी कंबलों की सफाई और गुणवत्ता को लेकर बढ़ती चिंताओं के बीच रेलवे ने एक नई पहल शुरू की है। जल्द ही एक पायलट प्रोजेक्ट के तहत जम्मू और डिब्रूगढ़ राजधानी ट्रेनों में हर राउंड ट्रिप के बाद कंबलों का यूवी रोबोटिक सैनिटाइजेशन किया जाएगा।
यूवी सैनिटाइजेशन और सफाई की नई प्रक्रिया
उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंचार अधिकारी हिमांशु शेखर उपाध्याय ने बताया कि कंबलों की सफाई अब हर उपयोग के बाद की जाएगी। विशेष रूप से, कंबल और लेनिन को मैकेनिकल लॉन्ड्री में पूरी निगरानी के साथ धोया जाएगा, जहां सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे और निरीक्षकों द्वारा समय-समय पर परीक्षण किए जाएंगे।
राजधानी और तेजस ट्रेनों में पायलट प्रोजेक्ट
यह सुधार राजधानी और तेजस जैसी प्रतिष्ठित ट्रेनों में पायलट आधार पर शुरू किया गया है। नए कंबल की गुणवत्ता बेहतर है, जो लंबी और चौड़ी हैं तथा इनका फैब्रिक भी अधिक अच्छा है, जिससे यात्रियों को बेहतर अनुभव मिलेगा।
ब्लैंकेट की सफाई में सुधार
रेलवे ने अब ब्लैंकेट की सफाई का तरीका भी बदल दिया है। पहले जहां इसे हर दो से तीन महीने में एक बार साफ किया जाता था, अब यह हर महीने दो बार साफ किया जाएगा। जहां लॉजिस्टिक समस्याएं होती हैं, वहां इसे महीने में एक बार साफ किया जाएगा। इसके अलावा, हर 15 दिन में नेफ्थलीन वेपर हॉट एयर क्रिस्टलाइजेशन का उपयोग भी किया जाएगा, जो एक प्रभावी और समय-परीक्षित तरीका है।
यात्रियों को मिलेगा बेहतर अनुभव
नई सफाई प्रक्रिया और सैनिटाइजेशन से रेलवे यात्रियों को अधिक संतुष्टि और बेहतर सफाई का अनुभव होगा, जिससे यात्रा अधिक आरामदायक और सुरक्षित बनेगी।