बीजापुर जिले के बॉर्डर के जंगलों में नक्सली लीडर हिड़मा और देवा अपनी पूरी बटालियन के साथ मौजूद हैं
छत्तीसगढ़,संवाददाता : बीजापुर-सुकमा के घने जंगलों में सुरक्षा बलों को नक्सलियों का एक बंकर मिला है। इसमें हथियार बनाने की फैक्ट्री थी। बंकर इतना बड़ा था कि इसमें छह लोग आसानी से छिपकर काम कर सकते थे। सुरक्षा बलों को यह सफलता उस समय मिली जब वे बीजापुर-सुकमा जिले की सरहद पर शुक्रवार को हुई मुठभेड़ के बाद लौट रहे थे। इस बंकर के अंदर नक्सली बम और देसी बंदूक बनाते थे। नक्सली लीडर हिड़मा ने अपने इलाके के घने जंगल में यह बंकर बनवाया था। जवानों ने इसे ध्वस्त कर दिया। पुलिस को सूचना मिली थी कि सुकमा, दंतेवाड़ा और बीजापुर जिले के बॉर्डर के जंगलों में नक्सली लीडर हिड़मा और देवा अपनी पूरी बटालियन के साथ मौजूद हैं। तीनों जिले से करीब 1500 से 2000 जवान ऑपरेशन पर निकले थे। मुठभेड़ के बाद सुकमा डीआरजी के जवान जब नक्सलियों के कोर इलाके तुमलेर और तलपेरु नदी के पास पहुंचे तो उनकी नजर बंकर पर पड़ी। यह बंकर करीब 10 फीट गहरा और 14 फीट चौड़ा था। ऊपर लकड़ी रखकर उसे मिट्टी और पत्तों से इस तरह ढक दिया था। पिछले साल दंतेवाड़ा जिले में इंद्रावती नदी पार इलाके में सर्च ऑपरेशन पर निकले जवानों को नक्सलियों की काफी लंबी सुरंग मिली थी। उस सुरंग में एक साथ करीब 100 लोग आसानी से छिप सकते थे। जमीन के अंदर बना नक्सलियों का यह बंकर उनके छिपने के लिए भी सबसे सुरक्षित जगह थी। मुठभेड़ या फिर कोई बड़ी घटना कर बंकर के अंदर करीब 10 से 20 नक्सली हथियार, गोला-बारूद के साथ बड़ी आसानी से छिप सकते थे। साल 2024 में दंतेवाड़ा जिले में इंद्रावती नदी पार इलाके में सर्च ऑपरेशन पर निकले जवानों ने नक्सलियों की सुरंग ढूंढी थी। यह सुरंग काफी लंबी थी। इसमें एक साथ 80 से 100 लोग आसानी से छिप सकते थे। हालांकि जवानों ने इसे भी तोड़ दिया था।