राष्ट्रपति मुर्मू ने कर्तव्य पथ पर फहराया तिरंगा
नई दिल्ली,संवाददाता : आज, भारत अपना 76वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। इस खास अवसर पर, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कर्तव्य पथ पर राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराकर समारोह की शुरुआत की। इस साल के मुख्य अतिथि इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबिआंतो थे, जो भारत के साथ मजबूत द्विपक्षीय संबंधों का प्रतीक हैं। गणतंत्र दिवस परेड के दौरान, भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और आधुनिक सैन्य ताकत का भव्य प्रदर्शन किया गया। समारोह में राष्ट्रपति मुर्मू ने परेड कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल भवनीश कुमार और परेड सेकेंड-इन-कमांड मेजर जनरल सुमित मेहता से सलामी ली। इस वर्ष की परेड में भारतीय सेना, नौसेना और वायुसेना की टुकड़ियों ने अपनी ताकत और अनुशासन का शानदार प्रदर्शन किया।
मुख्य आकर्षण – भारतीय सेना की उन्नत क्षमताओं का प्रदर्शन:
- राफेल विमानों का वज्रांग फॉर्मेशन और सुखोई-30 विमानों का त्रिशूल फॉर्मेशन आसमान में उड़ान भरते हुए नज़र आए।
- विजय फॉर्मेशन में एक राफेल विमान ने 900 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से केवल 300 मीटर की ऊंचाई पर उड़ान भरी, जो अत्याधुनिक सैन्य क्षमता का प्रतीक है।
- ब्रह्मोस मिसाइल, पिनाका रॉकेट सिस्टम, और अन्य अत्याधुनिक हथियार प्रणालियों ने परेड की शोभा बढ़ाई।
संस्कृति और विविधता का अद्भुत संगम: परेड में भारत की सांस्कृतिक धरोहर को भी भव्यता से प्रस्तुत किया गया। विभिन्न राज्यों की झांकियों ने भारत की विविधता और एकता का अद्वितीय उदाहरण पेश किया। पारंपरिक नृत्य, संगीत और लोक कलाओं ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। विशेष रूप से उत्तराखंड, राजस्थान, और तमिलनाडु की परंपराओं को सराहा गया। राष्ट्र की ताकत और गौरव का उत्सव: यह समारोह भारत की अखंडता, संप्रभुता और प्रगति का उत्सव था। गणतंत्र दिवस का यह भव्य आयोजन न केवल देशवासियों में देशभक्ति का संचार करता है, बल्कि विश्व मंच पर भारत की ताकत और संस्कृति का संदेश भी देता है।