भगदड़ से अब तक 30 लोगों की मौत, 60 घायल
प्रयागराज,संवाददाता : सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हम राज्य सरकार की ओर से दुर्घटना में जान गंवाने वाले प्रत्येक मृतक के परिजनों को 25-25 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा भी कर रहे हैं I न्यायिक आयोग पूरे मामले की जांच करेगा और एक समय सीमा के भीतर अपनी रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंपेगा I
महाकुंभ मेला के दौरान हुई एक दिल दहला देने वाली भगदड़ में 30 श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि 90 लोग घायल हो गए। घटना रात एक-दो बजे के बीच अखाड़ा मार्ग पर हुई, जब बड़ी संख्या में श्रद्धालु ब्रह्म मुहूर्त में पवित्र स्नान के लिए जुटे थे। भारी भीड़ के कारण बैरिकेडिंग टूट गई और यह हादसा हुआ। महाकुंभ मेला डीआईजी वैभव कृष्ण ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि 25 मृतकों की पहचान हो चुकी है, जबकि पांच की पहचान अभी बाकी है। घायल 36 श्रद्धालुओं का इलाज स्थानीय मेडिकल कॉलेज में किया जा रहा है। घटना के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने सभी अखाड़ों से अनुरोध किया है कि वे पवित्र स्नान में देरी करें ताकि कोई और हादसा न हो।
सीएम योगी का बयान
सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस घटना को “दिल दहला देने वाली” बताया और मृतकों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा, “हम प्रशासन और सभी संबंधित एजेंसियों के साथ पूरी तरह से संपर्क में हैं और जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।” घायलों में कर्नाटका के वडागांव निवासी भाजपा कार्यकर्ता ज्योति हट्टारवाड़ (50) और उनकी बेटी मेघा (16) भी शामिल थीं। दोनों ने हादसे में अपनी जान गंवाई। उनके परिवार के अनुसार, दोनों 26 जनवरी को तीर्थ यात्रा पर प्रयागराज आए थे।
राजनीतिक नेताओं ने जताया दुख
महाकुंभ हादसे पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत कई नेताओं ने दुख जताया है। वहीं, विपक्षी नेताओं ने इस घटना के लिए सरकार की व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं।
मेला प्रशासन पर सवाल
समाजवादी पार्टी, कांग्रेस, और अन्य विपक्षी दलों ने इस घटना के लिए मेला प्रशासन की व्यवस्था पर आपत्ति जताई है। राहुल गांधी, अखिलेश यादव, और अरविंद केजरीवाल जैसे नेताओं ने हादसे की जांच की मांग की है। स्थानीय पुलिस और प्रशासन द्वारा घटना की जांच जारी है और मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने की प्रक्रिया भी शुरू की जा चुकी है।