क्रू एस्केप सिस्टम संभावित प्रतिकूल स्थिति में क्रू मॉड्यूल को सुरक्षित रूप से बाहर निकालने का काम करेगा
चेन्नई : भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने अपने प्रतिष्ठित पहले मानव अंतरिक्ष उड़ान मिशन गगनयान की तैयारियों के तहत, श्रीहरिकोटा के अंतरिक्ष बंदरगाह पर पहले मानव रहित मिशन के लिए ‘मानव रेटेड लॉन्च वाहन मार्क-थ्री (एचएलवीएम थ्री)’ की असेंबलिंग शुरू कर दी है। यह मिशन 2025 की पहली तिमाही या उसकी शुरुआत में होने की संभावना है। ISRO ने एक बयान में कहा कि उसने गगनयान (जी-1) मिशन की पहली गैर-चालक उड़ान के लिए मानव-रेटेड एलवीएम थ्री(एचएलवीएम थ्री) की स्टैकिंग शुरू कर दी है। इसरो ने बताया कि एचएलवीएम थ्री, एलवीएम थ्री से लिया गया है और इसे मानव सुरक्षा मानकों को पूरा करने के लिए बढ़ी हुई विश्वसनीयता के साथ डिज़ाइन किया गया है। इसके अतिरिक्त, क्रू मॉड्यूल (सीएम) की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए क्रू एस्केप सिस्टम (सीईएस) लागू किया गया है, जो संभावित प्रतिकूल स्थिति में क्रू मॉड्यूल को सुरक्षित रूप से बाहर निकालने का काम करेगा। एचएलवीएम थ्री एक तीन चरणों वाला वाहन है जिसकी एलEO (लो अर्थ ऑर्बिट) तक की पेलोड क्षमता लगभग दस टन है। यह वाहन 53 मीटर लंबा और 640 टन वजनी है। वर्तमान में, क्रू मॉड्यूल और संबंधित प्रणालियों की अंतिम जांच इसरो के केंद्रों पर चल रही है और इसे प्रक्षेपण के लिए तैयार किया जा रहा है।