29 मार्च को शाम 4.33 बजे से हो रहा है प्रतिपदा तिथि का प्रारंभ
डॉ उमाशंकर मिश्र,संवाददाता : हिंदू धर्म में चैत्र नवरात्रि का बहुत महत्व माना जाता है। इसका प्रारंभ चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से होता है। नौ दिनों तक चलने वाली चैत्र नवरात्रि में मां दुर्गा के नौ अलग-अलग स्वरूपों की पूजा की जाती है। इसके पहले दिन कलश स्थापना की जाती है। इसके बाद पूरे नौ दिनों तक मां दुर्गा के विभिन्न स्वरूपों की आराधना की जाती है। इस बार चैत्र नवरात्रि नौ नहीं बल्कि नौ दिन की होने जा रही है। इसकी वजह ये है कि इस बार एक दिन घट गया है।
आइए आपको बताते हैं कि इस साल चैत्र नवरात्रि कब से शुरू हो रही है। हिंदू धर्म के ज्योतिषी एवं विद्वानों के मुताबिक, इस वर्ष चैत्र नवरात्रि के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि का प्रारंभ 29 मार्च को शाम 4.33 बजे से हो रहा है। इसका समापन 30 मार्च दोपहर 2:14 बजे हो जाएगा। ऐसे में चैत्र नवरात्रि की शुरुआत 30 मार्च से मानी जाएगी। जबकि इसका समापन छह अप्रैल 2025 को हो जाएगा।
चैत्र नवरात्रि 2025 के कलश स्थापना के लिए इस बार दो शुभ मुहूर्त मिलने जा रहे हैं। आप अपनी सुविधा के अनुसार किसी भी मुहूर्त में कलश स्थापित कर सकते हैं। इनमें पहला शुभ मुहूर्त 30 मार्च 2025 को सुबह 6.00 बजे से 11:55 बजे तक रहेगा। जबकि कलश स्थापना का दूसरा अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12.01 मिनट से 12.50 मिनट तक रहने वाला है। ज्योतिष शास्त्रियों के अनुसार, इस बार नवरात्रि में एक तिथि का क्षय हो रहा है। इसलिए इस वर्ष चैत्र नवरात्रि 8 दिनों की ही मानी जाएगी। यह 30 मार्च से शुरू होकर छह अप्रैल को संपन्न हो जाएगी। इसके बाद विधिवत तरीके से माता के विग्रहों को बहते जल में प्रवाहित किया जा सकता है। यदि स्वच्छ जल न मिले तो किसी साफ मिट्टी में उसे दबाया जा सकता है।