लक्ष्मी पूजा में शंख पूजन करने से धन, सम्पत्ति और ऐश्वर्य की होती है प्राप्ति
डॉ उमाशंकर मिश्र, लखनऊ :अगहन (मार्गशीर्ष) महीने में शंख पूजन का विशेष महत्व है। इस समय किसी भी शंख को भगवान श्री कृष्ण के पंचजन्य शंख के रूप में पूजने से सभी इच्छाएं पूरी होती हैं। विष्णु पुराण के अनुसार, शंख समुद्र मंथन से प्राप्त 14 रत्नों में से एक रत्न है। यह समृद्धि बढ़ाने के लिए अत्यंत लाभकारी है और इसे घर में स्थापित करना चाहिए। दक्षिणावर्ती शंख को लक्ष्मी स्वरूप माना जाता है और इसके बिना लक्ष्मी पूजन अधूरा माना जाता है। इसके अतिरिक्त, रोजाना शंख पूजन करने से जीवन में कभी भी पैसे या धन की कमी महसूस नहीं होती है।
शंख पूजन की सामग्री:
- शंख
- कुंमकुम
- चावल (चावल)
- जल का पात्र
- कच्चा दूध
- स्वच्छ कपड़ा
- तांबे या चांदी का पात्र (शंख रखने के लिए)
- सफेद पुष्प
- इत्र
- कपूर
- केसर
- अगरबत्ती
- घी का दीपक
- नैवेद्य
- चांदी का वर्क
शंख पूजन की विधि
- प्रात: काल के क्रियाएँ: स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
- मंच तैयार करें: शंख को एक पात्र में रखें।
- शंख का स्नान: शंख को कच्चे दूध और जल से स्नान कराएं।
- शंख को सुखाएं: शंख को स्वच्छ कपड़े से पोंछें और उस पर चांदी का वर्क लगाएं।
- दीपक और अगरबत्ती जलाएं: घी का दीपक और अगरबत्ती जलाएं।
- मंत्र लेखन: शंख पर दूध और केसर के मिश्रण से श्री एकाक्षरी मंत्र लिखें।
- प्रार्थना अर्पित करें: शंख पूजन मंत्र का जप करते हुए कुंमकुम, चावल, इत्र और सफेद पुष्प अर्पित करें।
शंख पूजन मंत्र
त्वं पुरा सागरोत्पन्न विष्णुना विधृत: करे।
निर्मित: सर्वदेवैश्च पाञ्चजन्य नमोऽस्तु ते।
तव नादेन जीमूता वित्रसन्ति सुरासुरा:।
शशांकायुतदीप्ताभ पाञ्चजन्य नमोऽस्तु ते॥
नैवेद्य अर्पित करने के बाद पूजन पूर्ण होता है।
ग्रहों के बुरे प्रभाव को शंख से शांत करें
वेदिक ज्योतिष और धार्मिक शास्त्रों में शंख का अत्यधिक महत्व है और इसे कुबेर के प्रतीक के रूप में माना जाता है। आइए जानते हैं कि शंख के माध्यम से ग्रहों के बुरे प्रभाव को कैसे शांत किया जा सकता है:
- सोमवार: शंख में दूध भरकर उसे भगवान शिव को चढ़ाने से चंद्रमा की स्थिति ठीक होती है।
- मंगलवार: शंख बजाकर सुंदरकांड का पाठ करने से मंगल के कुप्रभाव में कमी आती है।
- बुधवार: शालिग्राम जी को शंख में जल और तुलसी डालकर अभिषेक करने से बुध ग्रह शांत होते हैं।
- गुरुवार: शंख में केसर से तिलक करके भगवान विष्णु और गुरु की पूजा करने से उनकी कृपा मिलती है।
- शुक्रवार: शंख को सफेद कपड़े में रखने से शुक्र ग्रह मजबूत होते हैं।
- रविवार: शंख में जल डालकर सूर्य देव को अर्घ्य देने से वे प्रसन्न होते हैं।
लक्ष्मी पूजा में शंख पूजन करने से धन, सम्पत्ति और ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है I अगहन माह में शंख पूजन करके हम धन, समृद्धि और आध्यात्मिक उन्नति के लिए भगवान से आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं।