इन दिनों पितृ लोक से धरती पर आते है हमारे पितृ ,अपने वंश के द्वारा दिए हुए भोजन को ग्रहण कर देते हैं आशीर्वाद
डॉ उमाशंकर मिश्रा,लखनऊ : यदि हम श्राद्ध आदि विधि से अपने पितरों को संतुष्ट कर दे तो श्राद्ध से संतुष्ट पितृ हमे आशीर्वाद देते है I इन 15 दिनों में यदि हम श्राद्ध आदि क्रियाये ना करे तो हमारे पितृ भूखे ही पितृ लोक को वापिस चले जाते है और हमे श्राप दे देते है I जिससे अनेकों प्रकार की विपदाए हमारे जीवन को घेर लेती है और जीवन एक तरह की नीरसता से भर जाता है I पितरों के रुष्ट हो जाने पर घर में कलेश की स्थिति बन जाती है I व्यक्ति का अध्यात्मिक विकास रुक जाता है I पितरों के रुष्ट हो जाने पर घर में प्रेत बाधाऐं उत्पन्न हो जाती है और व्यक्ति का सारा धन बीमारिओं में ही निकल जाता है I
आइए जानते है की वो कौन से उपाय हैं जिनसे पितृ होते है संतुष्ट :
- यदि हम कौवे की सेवा करे तो हमारे पितृ संतुष्ट होते है I
- पितृ पक्ष में श्रीमद्भागवत गीता का पाठ करे और उस पाठ का दान अपने गौत्र के पितरों के नाम पर दान करने से पितृ संतुष्ट होते है और उन्हें मोक्ष प्राप्त होता है I
- यदि पितृ पक्ष में गरुड़ पूरण का पाठ कियाजाए और पाठ के फल का दान अपने गौत्र के पितरों के नाम पर दान करने से पितृ संतुष्ट होते है और नरक की यातनाओं से बच जाते है एवं मोक्षगामी होते है I
- पीपल वृक्ष की जड़ में मीठा जल अर्पित करने से और दिया जलाने से भी पितृ संतुष्ट होते है I
- कुत्तों की सेवा करने और मछलियो को आटा खिलाने से भी पितृ संतुष्ट होते है I
- यदि व्यक्ति अपने कुलदेवता कुलदेवी या कुलगुरु का पूजन करे तो कुल में उत्पन्न होने वाले सभी पितृ संतुष्ट हो जाते है I
- यदि देवी भागवत का पाठ किया जाए और पाठ का पुण्य अपने पितरों के लिए दान किया जाए तो भी पितृ संतुष्ट होते है I
- पित्रदोष की शांति के लिए त्रिपिंडी श्राद्ध अवश्य करावेऐसे अनेकों उपाएँ है जिससे पितृ संतुष्ट होते है I