समर्थकों ने शुरू किया विरोध प्रदर्शन, विदेशी फंडिंग और संदिग्ध गतिविधियों से जुड़ा है मामला
झांसी, संवाददाता : यूपी के झांसी जिले में बुधवार रात दो बजे यूपी एटीएस और एनआईए की संयुक्त टीम ने विदेशी फंडिंग और संदिग्ध गतिविधियों से जुड़े एक मामले में सुपर कॉलोनी स्थित मुफ्ती खालिद नदवी के घर पर छापेमारी की। इस कार्रवाई में मुफ्ती खालिद नदवी को हिरासत में लिया गया, जिसके बाद उनके समर्थकों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया।
हिरासत के बाद उग्र हुआ विरोध
मुफ्ती के खिलाफ कार्रवाई की खबर फैलते ही समर्थकों की भीड़ इकट्ठा हो गई, जो जल्द ही उग्र हो गई। एनआईए की टीम ने पहले तो विरोध कर रहे लोगों को समझाने की कोशिश की, लेकिन बाद में भीड़ और बढ़ने लगी। एक समय तो 200 से ज्यादा लोग इकट्ठा हो गए। इस दौरान समर्थकों ने मुफ्ती को छुड़ाने की कोशिश की और उनकी धक्का-मुक्की भी की गई। इसके बाद, एनआईए टीम ने भीड़ को खदेड़ने की कोशिश की, लेकिन कई लोग मुफ्ती को खींचकर अपने साथ ले गए।
स्थानीय मस्जिद से अनाउंसमेंट का आरोप
स्थानीय सूत्रों के मुताबिक, जब एनआईए की टीम मुफ्ती खालिद को अपने साथ ले जाने लगी, तो मस्जिद से अनाउंसमेंट किया गया और बड़ी संख्या में महिलाएं भी विरोध प्रदर्शन में शामिल हो गईं। यह इलाका मुस्लिम बहुल है और स्थिति काबू से बाहर होती जा रही थी।
निलंबित गतिविधियों और विदेशी फंडिंग का आरोप
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, मुफ्ती खालिद ऑनलाइन शिक्षा देते हैं और उनके द्वारा संचालित कक्षाओं में देश-विदेश से लोग जुड़ते हैं। एनआईए को शक था कि इन गतिविधियों के जरिए विदेशी फंडिंग प्राप्त की जा रही है। एजेंसी को खालिद के विदेशी संपर्कों के बारे में जानकारी मिली थी, जिसके बाद कार्रवाई की गई।
जब्त किए गए दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण
एनआईए टीम ने मुफ्ती के घर से कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त किए हैं, जिन्हें जांच के लिए दिल्ली भेजा जाएगा। इस मामले में एनआईए और स्थानीय प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है।
इलाके में सुरक्षा स्थिति
एनआईए की कार्रवाई के बाद पूरे इलाके में हलचल तेज हो गई है और स्थानीय लोग इस मामले पर चर्चा कर रहे हैं। सुरक्षा एजेंसियां मामले की गंभीरता से जांच कर रही हैं और स्थानीय प्रशासन भी पूरे मामले में सहयोग कर रहा है। फिलहाल, एनआईए की टीम और स्थानीय पुलिस की कार्रवाई जारी है, जबकि पूरे मामले की जांच अभी भी चल रही है।