उत्तर प्रदेश का एकमात्र बैले फाउंडेशन है, जिसे आई.सी.सी.आर. से प्राप्त है मान्यता
बाराबंकी,संवाददाता : महादेवा महोत्सव के तीसरे दिन सांस्कृतिक मंच पर लच्छू महाराज बैले फाउंडेशन के कलाकारों ने कथक नृत्य के माध्यम से शिव शक्ति के स्वरुपों के सौंदर्य की मनोहारी प्रस्तुति देकर माहौल शिव मय कर दिया। नृत्यांगनाओं ने कथक नृत्य के माध्यम से भगवान भोलेनाथ के विभिन्न स्वरूपों के सौंदर्य को दिखाया। कार्यक्रम में “डिमिक डिमिक डमरू बाजे” और अंजुल बाजपेई द्वारा भगवान शंकर के प्रचंड स्वरूप शिव तांडव की बेहतरीन प्रस्तुति ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इसके बाद “प्रेम मगन नाचे भोला” जैसी शानदार प्रस्तुतियां दी गईं, जिससे पूरा माहौल भक्ति मय हो गया।
बता दें कि लच्छू महाराज बैले फाउंडेशन उत्तर प्रदेश का एकमात्र बैले फाउंडेशन है, जिसे आई.सी.सी.आर. से मान्यता प्राप्त है। इसकी स्थापना 1982 में हुई थी। इस संगठन की संस्थापिका एवं निदेशिका श्रृंगारमणि कुमकुम आदर्श जी हैं, जो कि विश्वविख्यात कथक आचार्य लच्छू महाराज जी की प्रमुख शिष्या रही हैं। शिव स्वरूप की मनमोहक प्रस्तुति देने वाले इस ग्रुप में कलाकार के तौर पर अंजुल बाजपेई, सीमा पाल, अंकिता सिंह, तृप्ति गुप्ता, अनामिका वत्स, पीयूष पाण्डेय, परिकल्पना और कोरियोग्राफी में वरिष्ठ गुरु श्रृंगारमणि कुमकुम आदर्श शामिल रहे I