आसमान में लाल रोशनी, तेज गड़गड़ाहट और 20 मिनट तक धमाकों की गूंज
जैसलमेर/पोकरण,संवाददाता : गुरुवार रात सीमावर्ती जैसलमेर और पोकरण में उस वक्त अफरा-तफरी मच गई जब ब्लैकआउट के चंद मिनटों बाद आसमान में तेज़ धमाकों की गूंज और चमकदार रोशनी दिखने लगी। रात करीब 9:05 बजे से 9:25 बजे तक लगातार रह-रह कर धमाकों की आवाजें सुनाई देती रहीं, जिसने पूरे शहर को हिला दिया। बाद में रात 9:52 बजे एक बार फिर कुछ देर के लिए धमाकों की आवाजें आईं।
ब्लैकआउट के बीच रोशनी और गड़गड़ाहट ने बढ़ाई बेचैनी
प्रशासन की ओर से रात 9 बजे से सुबह 4 बजे तक का ब्लैकआउट पहले ही घोषित था। लेकिन जैसे ही धमाके शुरू हुए, लोगों ने पहले इसे कोई सैन्य मॉकड्रिल समझा। मगर जैसे-जैसे आसमान में लाल रोशनी और तेज आवाजें बढ़ती गईं, लोगों में डर का माहौल बन गया। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होते ही अफवाहों का दौर भी शुरू हो गया।
“धमाके जोरदार थे, लेकिन सेना पर पूरा भरोसा” — स्थानीय नागरिक
जयनारायण व्यास कॉलोनी में रहने वाले पूर्व सभापति हरिवल्लभ कल्ला ने कहा, “धमाकों की आवाज बहुत तेज थी। जब एयरफोर्स स्टेशन की ओर से स्थिति नियंत्रित होने की जानकारी मिली तो दिल को सुकून मिला। हमें अपनी सेनाओं पर पूरा भरोसा है।”
सांवल कॉलोनी निवासी प्रशांत कुमार और हर्षिता ने बताया कि धमाकों के बाद सूरत, जयपुर, कोलकाता, चेन्नई में रहने वाले उनके रिश्तेदारों ने फोन कर हालचाल जाना। सभी लोग प्रशासन के निर्देशों के अनुसार ब्लैकआउट का पालन कर रहे थे।
सरोज देवी ने बताया, “शुरुआत में डर लगा, लेकिन जब पता चला कि भारत ने पाकिस्तान के हमले को नाकाम कर दिया है, तो गर्व महसूस हुआ।”
पोकरण में लाल रोशनी और तेज धमाके, लोग घरों से बाहर निकल आए
पोकरण कस्बे में भी रात करीब 9:30 बजे आसमान में एक लाल चमकदार रोशनी दिखाई दी, जिसके तुरंत बाद तेज धमाके हुए। अंधेरे में कई लोग घरों की छतों पर चढ़ गए तो कुछ लोग घबराकर सड़कों की ओर निकल गए। देर रात तक इस घटना को लेकर प्रशासन या सेना की ओर से कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी गई।
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल, लोगों में चिंता
घटना के कुछ ही देर बाद सोशल मीडिया पर धमाकों से जुड़े वीडियो और पोस्ट वायरल होने लगे, जिससे अफवाहें भी फैलने लगीं। हालांकि, प्रशासन की ओर से लोगों से संयम बनाए रखने और किसी भी अपुष्ट सूचना पर भरोसा न करने की अपील की गई है।