सड़क और रेल नेटवर्क की कनेक्टिविटी से उद्योगों को माल के परिवहन में मिल रही है सुविधा
लखनऊ,संवाददाता : उत्तर प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने राज्य विधानसभा में बृहस्पतिवार को वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए 8,08,736 करोड़ रुपये का बजट पेश किया। यह बजट वित्तीय वर्ष 2024-25 के बजट से 9.8 प्रतिशत अधिक है। खन्ना ने बजट में आवंटित राशि के विभिन्न क्षेत्रों में वितरण की जानकारी दी और कहा कि 22 प्रतिशत राशि अवस्थापना विकास के लिए, 13 प्रतिशत राशि शिक्षा, 11 प्रतिशत राशि कृषि एवं संबद्ध सेवाओं, छह प्रतिशत राशि स्वास्थ्य एवं चिकित्सा के क्षेत्र में तथा चार प्रतिशत राशि सामाजिक सुरक्षा कार्यक्रमों के लिए आवंटित की गई है।
नई योजनाओं की घोषणा
खन्ना ने राज्य को कृत्रिम मेधा (एआई) का केंद्र बनाने के लिए ‘आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सिटी’ की स्थापना की घोषणा की, साथ ही साइबर सुरक्षा के लिए ‘टेक्नोलॉजी रिसर्च ट्रांसलेशन पार्क’ की भी योजना बनाई। इसके अतिरिक्त, उन्होंने प्राथमिक और उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में आईसीटी लैब्स और स्मार्ट क्लासेज की स्थापना पर कार्य जारी होने की जानकारी दी।
राज्य के विकास की चर्चा
खन्ना ने अपने संबोधन की शुरुआत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में राज्य में हुए विकास का उल्लेख करते हुए की। उन्होंने महाकुंभ के आयोजन की भी चर्चा की और राज्य की राजकोषीय स्थिति में सुधार के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि नीति आयोग की रिपोर्ट में उत्तर प्रदेश को अग्रणी राज्य की श्रेणी में रखा गया है। वित्तीय वर्ष 2014 से 2019 तक की अवधि में राज्य की राजकोषीय स्थिति 37.0 थी, जो बढ़कर 2022-2023 में 45.9 हो गई है। सुरेश खन्ना ने बताया कि राज्य में विकसित विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचा तैयार करने में उत्तर प्रदेश ने उल्लेखनीय प्रगति की है। राज्य में सड़क और रेल नेटवर्क की कनेक्टिविटी से उद्योगों और मैन्युफैक्चरिंग इकाइयों को माल के परिवहन में सुविधा मिल रही है, जिससे भारतीय और अंतरराष्ट्रीय बाजारों तक पहुंचना आसान हो रहा है।