बॉलीवुड की फेमस सिंगर कविता कृष्णमूर्ति आज मना रही हैं अपना 67वां जन्मदिन
मुंबई,संवाददाता : आज बॉलीवुड की मशहूर सिंगर कविता कृष्णमूर्ति अपना 67वां जन्मदिन मना रही हैं। अपनी आवाज के जादू से सबको दीवाना करने वाली कविता ने नौ साल की उम्र में गाना शुरू किया था। हालांकि, उनका करियर उस वक्त तेजी से ऊंचाइयों तक पहुंचा, जब उन्होंने फिल्म मिस्टर इंडिया के हिट गाने ‘हवा हवाई’ को अपनी आवाज दी। कविता कृष्णमूर्ति का जन्म 25 जनवरी 1958 को दिल्ली में हुआ था। वह एक तमिल परिवार से ताल्लुक रखती थीं। उनके माता-पिता ने उनका नाम शारदा रखा था। छोटी उम्र से ही उन्हें संगीत का गहरा प्यार था, और उनकी मीठी आवाज को देख आंटी प्रतिमा भट्टाचार्य ने उन्हें रवींद्रनाथ संगीत में दाखिला दिलवाया। इसके बाद उन्होंने हिंदुस्तानी क्लासिकल म्यूजिक की ट्रेनिंग ली, और उनकी आवाज का जादू धीरे-धीरे लोगों तक पहुंचने लगा। कविता कृष्णमूर्ति का बॉलीवुड करियर 14 साल की उम्र में मुंबई आकर शुरू हुआ था। 1976 में उन्होंने अपनी पहली हिंदी फिल्म कादंबरी में गाना गाया। इसके बाद उन्होंने अपने करियर में आरडी बर्मन, अमित कुमार, उदित नारायण, कुमार सानू, अभिजीत भट्टाचार्य जैसे दिग्गज गायकों के साथ गाने गाए।
कविता कृष्णमूर्ति ने न सिर्फ हिंदी, बल्कि कन्नड़, राजस्थानी, भोजपुरी, तेलुगु, तमिल, मलयालम, कोंकणी, नेपाली, असमी, और इंग्लिश समेत कुल 45 भाषाओं में 50,000 से ज्यादा गाने गाए। उनकी आवाज का जादू बॉलीवुड के अलावा साउथ इंडस्ट्री में भी फैला हुआ है। कविता कृष्णमूर्ति ने 1995 से 1997 तक लगातार 4 साल बेस्ट फीमेल प्लेबैक सिंगिंग के लिए फिल्मफेयर अवार्ड जीते। साल 2005 में उन्हें भारतीय सिनेमा में उनके योगदान के लिए पद्मश्री से भी सम्मानित किया गया। कविता कृष्णमूर्ति मन्ना दा को अपनी बेटी की तरह मानती थीं और उनके साथ कई शानदार परफॉर्मेंस किए। इसके अलावा, हेमंत कुमार ने उन्हें एक बेहतरीन मेंटॉर का रूप में मार्गदर्शन किया, और उनके नाम से जुड़ा एक दिलचस्प किस्सा भी है। कविता ने एक बार बताया था कि उनके पहले नाम शारदा था, लेकिन हेमंत कुमार ने सुझाव दिया कि यह नाम इंडस्ट्री में काम नहीं करेगा, इसलिए उनका नाम कविता रखा गया। कविता कृष्णमूर्ति आज भी अपनी आवाज से लोगों के दिलों में राज करती हैं, और उनकी उपलब्धियां एक प्रेरणा बनकर नई पीढ़ी को संगीत में अपनी पहचान बनाने के लिए प्रेरित करती हैं।