ठगों ने बड़ी कंपनियों के नाम से फर्जी वेबसाइटें बनाकर लोगों को ठगने का नया तरीका अपनाया
प्रयागराज,संवाददाता : महाकुंभ में लाखों लोग पुण्य लाभ लेने के लिए प्रयागराज पहुंचे हैं, और इसी का फायदा उठाने के लिए ठग सक्रिय हो गए हैं। इन ठगों ने बड़ी कंपनियों के नाम से फर्जी वेबसाइटें बना कर होटल बुकिंग के नाम पर लोगों को ठगने का नया तरीका अपनाया है। एक इवेंट कंपनी संचालक ने अपने परिजनों के लिए होटल बुक करने के लिए इंटरनेट पर वेबसाइट सर्च की और एक वेबसाइट से क्यूआर कोड के माध्यम से 50 हजार रुपये जमा कर दिए। बाद में यह पता चला कि यह वेबसाइट पूरी तरह से फर्जी थी, और वह ठग का शिकार हो गए। इसके बाद पीड़ित ने पुलिस से संपर्क किया। विजय नगर के एक व्यापारी भी महाकुंभ में जाने की योजना बना रहे थे। उन्होंने होटल बुकिंग के लिए एक वेबसाइट पर सर्च किया और कुछ समय बाद धर्मशाला के नाम से फोन आया। व्यापारी ने सभी कमरे के लिए रकम जमा कर दी, लेकिन बाद में यह खुलासा हुआ कि यह भी ठगी का हिस्सा था।
साइबर एक्सपर्ट्स के अनुसार, ठगों ने नामी होटलों की 50 से ज्यादा फर्जी वेबसाइट्स बनाई थीं, जिन्हें अब बंद करवा दिया गया है। अभी भी 50 और संदेहास्पद वेबसाइट्स की जांच जारी है। पुलिस ने ठगी के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है। क्राइम ब्रांच के एडिशनल डीसीपी, राजेश दंडोतिया ने बताया कि केदारनाथ दर्शन के लिए हेलीकॉप्टर बुक करने के नाम पर भी ठगी की घटनाएं सामने आई हैं। ठगों ने फर्जी वेबसाइट्स बना कर लोगों को शिकार बनाया। साइबर एक्सपर्ट चातक वाजपेई ने लोगों को सलाह दी है कि वे कुंभ डॉट जीओवी डॉट इन और प्रयागराज डॉट एनआइसी डॉट इन जैसी सरकारी वेबसाइटों का उपयोग करें। साथ ही, मोबाइल ऐप डाउनलोड करने और ऑनलाइन बुकिंग करते समय लुभावने ऑफर्स के झांसे में न आएं।
साइबर ठगी से बचने के उपाय:
- ऑनलाइन बुकिंग से पहले कभी भी गूगल से नंबर न निकालें।
- वेबसाइट की जांच पूरी तरह से करें।
- संदिग्ध वेबसाइट्स को वायरस टोटल डॉट कॉम पर चेक करें।
- वेबसाइट के यूआरएल की सही स्पेलिंग जांचें।
- केवल विश्वसनीय प्लेटफॉर्म से बुकिंग करें।
- फर्जी वेबसाइट्स की जानकारी पुलिस को दें।