ज्योतिषाचार्य डॉ. उमाशंकर मिश्र
दिनांक: 11 दिसम्बर 2024 (बुधवार)
विक्रम संवत: 2081
शक संवत: 1946
अयन: दक्षिणायन
ऋतु: हेमंत ॠतु
मास: मार्गशीर्ष
पक्ष: शुक्ल
तिथि: एकादशी (रात्रि 10:39 तक, तत्पश्चात द्वादशी)
नक्षत्र: रेवती (मूल नक्षत्र) सुबह 09:50 तक, तत्पश्चात अश्विनी
योग: वरीयान (शाम 05:38 तक, तत्पश्चात परिघ)
राहुकाल: दोपहर 12:00 से 01:30 तक
सूर्योदय: 06:46
सूर्यास्त: 05:14
दिशाशूल: उत्तर दिशा में
व्रत पर्व विवरण:
- मोक्षदा एकादशी (समाप्ति: दोपहर 11:48)
- विशेष:
- एकादशी को श्री विष्णु सहस्रनाम का पाठ करने से घर में सुख-शांति बनी रहती है।
- राम रामेति रामेति | रमे रामे मनोरमे || सहस्त्र नाम त तुल्यं | राम नाम वरानने ||
आज के दिन एकादशी के विशेष मंत्र के पाठ से विष्णु सहस्रनाम के समान पुण्य प्राप्त होता है।
एकादशी के दिन बाल नहीं कटवाने चाहिए।
जो दोनों पक्षों की एकादशियों को आँवले के रस का प्रयोग कर स्नान करते हैं, उनके पाप नष्ट हो जाते हैं।
मोक्षदा एकादशी
11 दिसम्बर 2024 को मोक्षदा एकादशी है। इस व्रत को बड़े भारी पापों का नाश करने वाला और पितरों को मोक्ष प्रदान करने वाला माना जाता है।
पारण कल, 12 दिसम्बर 2024, बृहस्पतिवार को सुबह 11:00 बजे के मध्य करें
श्रीमद्भगवद्गीता जयंती
9 बेहतरीन मैनेजमेंट सूत्र
- 4 श्लोक
- विहाय कामान् य: कर्वान्पुमांश्चरति निस्पृह:…
- मैनेजमेंट सूत्र: इच्छाओं को त्याग कर अपने कर्तव्यों का पालन करने से शांति प्राप्त होती है।
- विहाय कामान् य: कर्वान्पुमांश्चरति निस्पृह:…
- 5 श्लोक
- न हि कश्चित्क्षणमपि जातु तिष्ठत्यकर्मकृत्…
- मैनेजमेंट सूत्र: कर्म किए बिना कोई नहीं रह सकता। कर्म से डरना नहीं चाहिए।
- न हि कश्चित्क्षणमपि जातु तिष्ठत्यकर्मकृत्…
- 6 श्लोक
- नियतं कुरु कर्म त्वं कर्म ज्यायो ह्यकर्मण:…
- मैनेजमेंट सूत्र: अपने धर्म के अनुसार कर्म करना श्रेष्ठ है।
- नियतं कुरु कर्म त्वं कर्म ज्यायो ह्यकर्मण:…
- 7 श्लोक
- यद्यदाचरति श्रेष्ठस्तत्तदेवेतरो जन:…
- मैनेजमेंट सूत्र: श्रेष्ठ व्यक्ति का आचरण सामान्य व्यक्तियों के लिए आदर्श बनता है।
- यद्यदाचरति श्रेष्ठस्तत्तदेवेतरो जन:…
- 8 श्लोक
- न बुद्धिभेदं जनयेदज्ञानां कर्म संगिनाम्…
- मैनेजमेंट सूत्र: कर्म में आसक्ति वाले अज्ञानियों को भ्रमित न करें, बल्कि उन्हें सही मार्ग दिखाएं।
- न बुद्धिभेदं जनयेदज्ञानां कर्म संगिनाम्…
- 9 श्लोक
- ये यथा मां प्रपद्यन्ते तांस्तथैव भजाम्यहम्…
- मैनेजमेंट सूत्र: जैसा व्यक्ति भगवान को स्मरण करता है, उसी प्रकार उसे फल प्राप्त होता है।
- ये यथा मां प्रपद्यन्ते तांस्तथैव भजाम्यहम्…