मतदाता की पहचान की जांच केवल मतदान अधिकारी द्वारा की जाए पुलिस द्वारा नहीं
लखनऊ : उत्तर प्रदेश में 20 नवंबर को विधानसभा की नौ सीटों पर उपचुनाव के लिए मतदान होना है। मतदान से ठीक एक दिन पहले, समाजवादी पार्टी (सपा) ने चुनाव आयोग को एक चिट्ठी लिखकर एक अहम मांग उठाई है। सपा ने चुनाव आयोग से आग्रह किया है कि रिटर्निंग ऑफिसर, जिला मजिस्ट्रेट, जनरल ऑब्जर्वर और पुलिस अधिकारियों को लिखित आदेश जारी किया जाए कि 20 नवंबर को किसी भी पुलिसकर्मी को मतदाता पहचान पत्र की जांच करने का अधिकार नहीं होगा।
मुस्लिम महिलाओं को डराकर हटवाए गए बुर्के
सपा ने अपने पत्र में यह भी कहा कि लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान पुलिस अधिकारियों ने अपनी शक्तियों का दुरुपयोग किया और सपा समर्थकों, खासकर मुस्लिम महिला मतदाताओं को भयभीत कर उनके बुर्के उतरवाए। इसके परिणामस्वरूप, कई मुस्लिम महिलाएं मतदान केंद्रों से बिना मतदान किए लौट गईं, जिससे मतदान प्रतिशत में गिरावट आई और चुनाव प्रक्रिया प्रभावित हुई।
सपा की मांग
समाजवादी पार्टी ने चुनाव आयोग से यह मांग की है कि मतदान प्रक्रिया के दौरान किसी भी मतदाता की पहचान की जांच केवल मतदान अधिकारी द्वारा की जाए और पुलिस को इस प्रक्रिया से बाहर रखा जाए। पार्टी का कहना है कि इस कदम से चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता और निष्पक्षता बनी रहेगी।
उपचुनाव की सीटें
बता दें कि आगामी 20 नवंबर को उत्तर प्रदेश की नौ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होगा। इन सीटों में अम्बेडकर नगर (कटेहरी), मैनपुरी (करहल), मुजफ्फरनगर (मीरापुर), गाजियाबाद, मिर्जापुर (मझवां), कानपुर नगर (सीसामऊ), अलीगढ़ (खैर), प्रयागराज (फूलपुर), और मुरादाबाद (कुंदरकी) शामिल हैं। वोटों की गिनती 23 नवंबर को होगी।