आबकारी अधिकारी की पत्नी समेत चार की मौत , मरीजों की संख्या हुई 1500 के पार
लखनऊ : उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में डेंगू का प्रकोप तेजी से फैल रहा है I जिससे शहर में स्थिति गंभीर होती जा रही है I सोमवार को जानकीपुरम विस्तार निवासी एक 55 वर्षीय महिला बबीता, जो की एक रिटायर्ड आबकारी अधिकारी की पत्नी थीं, जिनकी डेंगू से मृत्यु हो गई। जिससे इस साल डेंगू से मरने वालों की संख्या 5 हो गई है। शहर में अब तक डेंगू के 1506 मामले दर्ज किए जा चुके हैं, जबकि मलेरिया के 462 मरीज सामने आए हैं। इसके साथ ही, वायरल बुखार के मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है, जिससे सरकारी और निजी अस्पतालों में मरीजों की भीड़ लगी हुई है। मरीजों में प्लेटलेट्स की भारी कमी हो रही है, जिससे प्लेटलेट्स उपलब्ध कराना भी एक चुनौती बन गया है।
मरीजों को नहीं मिल पा रही भर्ती
केजीएमयू, बलरामपुर अस्पताल, और सिविल अस्पताल में प्लेटलेट्स की मांग अत्यधिक बढ़ गई है, जिससे मरीजों को इंतजार करना पड़ रहा है। अस्पतालों में प्लेटलेट्स की कमी के कारण मरीजों को वेटिंग में रखा जा रहा है, और उन्हें समय पर प्लेटलेट्स उपलब्ध नहीं हो पा रही हैं।
नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग की ओर से नहीं उठाया जा रहा कोई ठोस कदम
शहर में डेंगू और मलेरिया के बढ़ते मामलों के बावजूद नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। सीएमओ कार्यालय के प्रवक्ता योगेश ने जानकारी दी कि मच्छर जनित स्थितियों के सर्वे में 13 भवन मालिकों को नोटिस दिया गया है। इसके अलावा, एंटी-लार्वा छिड़काव और फॉगिंग का काम रोजाना किया जा रहा है। हालांकि, स्थानीय निवासियों का कहना है कि उनकी कॉलोनियों में छिड़काव और फॉगिंग नहीं की जा रही है, जिससे मच्छरों की संख्या बढ़ती जा रही है।