एसआई भर्ती 2021 घोटाले में साइक्लोनर टीम ने उत्तरी गोवा के कालागुट से पकड़ा
जोधपुर,संवाददाता : पुलिस महानिरीक्षक रेंज जोधपुर कार्यालय की साइक्लोनर टीम ने बहुचर्चित एसआई भर्ती परीक्षा 2021 घोटाले में गोवा और जोधपुर के खेमे का कुआं इलाके में दबिश देकर आरोपी पति और पत्नी को गिरफ्तार किया। आरोपी पति ने 15 लाख रुपये में पत्नी को एक अन्य युवती की जगह परीक्षा दिलवाई थी। आरोपी महिला खुद तो फेल हो गई थी, लेकिन डमी परीक्षार्थी के तौर पर उसने परीक्षा पास की और प्लाटून कमाण्डर बन गई।

आइजी रेंज विकास कुमार ने बताया कि एसआई भर्ती परीक्षा 2021 पेपर लीक मामले में एसओजी ने हरखू को गिरफ्तार किया था, जिसने फर्जी परीक्षार्थी से परीक्षा पास करवाई थी। पूछताछ में नरपतराम का नाम सामने आया, जिसने हरखू से 15 लाख रुपये लेकर अपनी पत्नी इन्द्रा को हरखू की जगह परीक्षा में बिठाकर पास करवाया था। इसके बाद इन्द्रा का चयन प्लाटून कमाण्डर के पद पर हुआ था। हरखू की गिरफ्तारी के बाद नरपत और उसकी पत्नी इन्द्रा फरार हो गए थे। नरपत की गिरफ्तारी पर इनाम भी घोषित किया गया था। एसओजी ने साइक्लोनर टीम की मदद से आरोपियों को पकड़ने की कोशिश की। जांच के दौरान गोवा में नरपत और उसकी पत्नी इन्द्रा तक पहुंचने के लिए पुलिस ने रिश्तेदारों से संपर्क किया। साइक्लोनर टीम ने गोवा में तीन दिन तक तलाश की और उत्तरी गोवा के कालागुट में नरपत को पकड़ा। इस दौरान, एक अन्य टीम ने जोधपुर में खेमे का कुआं में इन्द्रा को गिरफ्तार किया।
इन्द्रा पढ़ाई में होशियार थी और प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के दौरान उसकी मुलाकात हरखू से हुई थी। वह हरखू को पढ़ाई के टिप्स देती थी। बाद में हरखू ने उसे एसआई भर्ती परीक्षा 2021 में अपनी जगह बिठाने का प्रस्ताव दिया, जिसे इन्द्रा के पति नरपत ने 15 लाख रुपये में स्वीकार किया। इसके बदले नरपत ने बिचौलिए से इन्द्रा के साक्षात्कार में अधिक नंबर दिलवाने की व्यवस्था की थी। हालांकि, इन्द्रा खुद तो परीक्षा में फेल हो गई, लेकिन हरखू को प्लाटून कमाण्डर बनवा दिया गया। एसओजी जयपुर की टीम ने गोवा में नरपतराम को गिरफ्तार किया, जबकि उसकी पत्नी इन्द्रा को जोधपुर एसओजी ने सौंप लिया। इस ऑपरेशन में साइक्लोनर टीम के अशोक परिहार की तकनीकी और मानवीय सूचना महत्वपूर्ण साबित हुई। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का वादा किया है, ताकि भविष्य में ऐसे घोटाले न हो सकें।