टॉवर का झांसा देते थे और ग्राम प्रधानों और आर्थिक संपन्न लोगों को अपना शिकार बनाते थे
रायबरेली,संवाददाता : एसटीएफ और पुलिस ने संयुक्त रूप से ठगी करने वाले पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। ये आरोपी मोबाइल वाई-फाई टॉवर बेचने के नाम पर लोगों से उगाही करते थे। यह अंतरराज्यीय गिरोह लखनऊ के गोमतीनगर विस्तार से गिरफ्तार किया गया है। गिरोह के सदस्य देश की प्रमुख टेलीकॉम कंपनियों के नाम पर फर्जी वाई-फाई टॉवर का झांसा देते थे और ग्राम प्रधानों और आर्थिक संपन्न लोगों को अपना शिकार बनाते थे। पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों के पास से एक कार, कई मोबाइल कंपनियों के फर्जी कागजात, मुहरें, बीएसएनएल का लेटर, कूटचरित कंफर्मेशन फार्म, वोटर आईडी, आधार कार्ड, आठ मोबाइल और 13,200 रुपये बरामद किए हैं। इन आरोपियों के नाम सुनील श्रीवास्तव, अजय कुमार सिंह, अतिउल्ला अंसारी, पदुमनाथ दुबे और ग्राम सेमरा के रहने वाले एक अन्य आरोपी हैं। जालसाज मोबाइल के माध्यम से फोन करके वाई-फाई टॉवर कम दाम में लगाने का झांसा देते थे। इसके बाद शिकार के पैसे ऑनलाइन बैकिंग से खाते में मंगा लिए जाते थे। गिरोह के सदस्य गिरोह के शिकार को मोबाइल सिम तोड़कर फिर से नया सिम खरीदने के लिए सड़क किनारे सिम बेचने वाले दुकानदारों से सेटिंग कराते थे, जिनसे वे फर्जी सिम प्राप्त करते थे।
एसटीएफ और डलमऊ पुलिस की टीम ने रैकेट के पांच सदस्य गिरफ्तार करने के बाद पूछताछ की तो यह पता चला कि इस रैकेट में निरंकार सिंह और रोहित सिंह भी शामिल हैं। पुलिस दोनों की धरपकड़ में जुटी है। एसपी डॉ. यशवीर सिंह ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों के अपराधिक रिकॉर्ड की जांच की जा रही है और अन्य आरोपी जल्द ही गिरफ्तार किए जाएंगे।