एम्स के निदेशक को पत्र भेजकर जिले से रेफर होकर आने वाले मरीजों को एम्स में भर्ती कराने की अपील
रायबरेली,संवाददाता : जनवरी 2025 से शुरू होने वाले महाकुंभ के मद्देनज़र, आसपास के जिलों से रेफर होकर गंभीर मरीजों को अब प्रयागराज भेजने पर रोक लगा दी गई है। इन मरीजों को अब एम्स रायबरेली और केजीएमयू लखनऊ में भर्ती कराया जाएगा। प्रतापगढ़, कौशांबी, फतेहपुर, जौनपुर, सुल्तानपुर, अमेठी जैसे जिलों से रेफर होकर मरीज अब एम्स पहुंचने लगे हैं। यह व्यवस्था आगामी 15 मार्च तक लागू रहेगी। प्रयागराज महाकुंभ में पहला शाही स्नान 14 जनवरी को होगा, और इससे पहले ही श्रद्धालुओं की भीड़ जुटनी शुरू हो जाएगी। इस भारी भीड़ के कारण, इन जिलों से गंभीर मरीजों को एम्स रायबरेली और केजीएमयू लखनऊ में भेजने के निर्देश दिए गए हैं। इस संदर्भ में इमरजेंसी एवं ट्रामा सर्विसेज के नोडल अधिकारी ने संबंधित जिलों के अधिकारियों को पत्र भी भेजा है। प्रतापगढ़ के राज्य चिकित्सा महाविद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ. एसएल पटेल ने एम्स के निदेशक को पत्र भेजकर जिले से रेफर होकर आने वाले मरीजों को एम्स में भर्ती कराने की अपील की है। गंभीर मरीजों को प्रयागराज भेजने पर रोक के बाद एम्स में मरीजों की संख्या में वृद्धि हुई है। अब तक जिले के अलावा अमेठी, सुल्तानपुर और उन्नाव जिलों के रेफर मरीज एम्स पहुंचे थे, लेकिन अब प्रतापगढ़, कौशांबी, फतेहपुर, जौनपुर, सुल्तानपुर, अमेठी और अन्य जिलों से भी मरीज आने लगे हैं। इससे एम्स पर दबाव बढ़ गया है और अधिक से अधिक गंभीर मरीजों के इलाज की व्यवस्था की जा रही है। गंभीर मरीजों की संख्या में वृद्धि और सीमित संसाधनों के कारण कुछ समस्याएं भी सामने आ सकती हैं।
चालू कराए गए सभी वार्डों के बेड
गंभीर मरीजों की संख्या बढ़ने के साथ ही एम्स रायबरेली में इमरजेंसी के साथ-साथ सभी विभागों के वार्डों के बेडों को चालू कर दिया गया है। वर्तमान में सभी बेड फुल हो चुके हैं, और सेहत में सुधार के बाद मरीजों को डिस्चार्ज कर नए मरीजों को भर्ती करने की व्यवस्था की जा रही है। डॉ. नीरज श्रीवास्तव, अपर चिकित्सा अधीक्षक, एम्स रायबरेली ने बताया, “प्रयागराज महाकुंभ को ध्यान में रखते हुए पड़ोसी जिले के गंभीर मरीजों को एम्स में भर्ती करने की व्यवस्था की गई है। निर्देश के बाद मरीजों की संख्या बढ़ गई है, और सभी बेडों को चालू कराया गया है।”