ग्रामीणों ने स्वास्थ्य केंद्र की इस लापरवाही की कड़ी आलोचना की
रायबरेली,संवाददाता : छोटी-छोटी बीमारियों से पीड़ित रोगियों को इलाज के लिए ज्यादा दौड़भाग न करनी पड़े, इसके लिए हर ग्रामीण स्तर पर खुले प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर आरोग्य मेले का आयोजन किया जाता है। लेकिन अफसरों की उदासीनता और नकारात्मक रवैये के कारण रोगियों को इसका वास्तविक लाभ नहीं मिल पा रहा है। रविवार को ऊंचाहार के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र किसुनदासपुर में आयोजित स्वास्थ्य मेले में चिकित्सक अनुपस्थित रहे, जिससे मरीजों का समुचित इलाज नहीं हो सका। इस घटना ने ग्रामीणों में आक्रोश पैदा कर दिया है। ऊंचाहार के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र किसुनदासपुर में तैनात डॉ. कमर मुमताज गायब थे और केंद्र पर केवल वार्ड बॉय सुहानी बाबू मौजूद थे। सुहानी बाबू ने इलाज किया, जबकि मरीजों को उचित चिकित्सकीय देखभाल की उम्मीद थी। बुखार से पीड़ित मरीजों में शामिल पूरे मातादीन की पत्नी राजरानी, किसुनदासपुर निवासी राम औतार और जमुनापुर चौराहा निवासी रामेश्वर को बिना दवा के ही लौटना पड़ा। गांव के लोगों ने बताया कि स्वास्थ्य केंद्र पर डॉक्टर कभी नहीं आते हैं और वार्ड बॉय ही अस्पताल चला रहे हैं। डॉक्टर के न आने की वजह पूछे जाने पर वार्ड बॉय ने बताया कि वह क्षेत्र में आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए गए थे। ग्रामीणों ने स्वास्थ्य केंद्र की इस लापरवाही की कड़ी आलोचना की है और अफसरों से डॉक्टर की उपस्थिति सुनिश्चित करने की मांग की है।