पाकिस्तान में रहकर किया “स्वतंत्र पख्तुनिस्तान” आंदोलन का नेतृत्व किया
रायबरेली,संवाददाता : महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, भारत रत्न खान अब्दुल गफ्फार खान के जन्मदिन एवं कुशल राजनीतिज्ञ, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष पं. मोती लाल नेहरू की पुण्यतिथि पर कांग्रेस कार्यालय तिलक भवन में श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर दोनों महान स्वतंत्रता सेनानियों के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। महताब आलम ने कहा कि सीमांत गांधी के नाम से प्रसिद्ध खान अब्दुल गफ्फार खान ने आजाद एवं धर्म निरपेक्ष भारत के लिए “खुदई खिदमतगार” नामक संगठन की स्थापना की। उन्होंने देश के विभाजन के विरोध में आवाज उठाई और पाकिस्तान में रहकर “स्वतंत्र पख्तुनिस्तान” आंदोलन का नेतृत्व किया। वह पहले विदेशी नागरिक थे, जिन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया गया।
पं. मोती लाल नेहरू का योगदान:
श्रद्धांजलि कार्यक्रम में पं. मोती लाल नेहरू के जीवन और उनके द्वारा स्वतंत्रता आंदोलन में किए गए योगदान पर प्रकाश डाला गया। उनके योगदान को याद करते हुए कहा गया कि पं. मोती लाल नेहरू ने भारतीय राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और देश की स्वतंत्रता संग्राम में अहम योगदान दिया।
श्रद्धांजलि देने वाले प्रमुख नेता:
- विजयशंकर अग्निहोत्री
- हाजी इलियास
- निर्मल शुक्ला
- साहबशरण पासवान
- राजकुमार दीक्षित
- आशीष द्विवेदी
- सूर्य कुमार बाजपेई
- सर्वोत्तम मिश्रा
- मनोज मिश्रा
- सै. अरशद
- हाफिज निसार
- अनिल मिश्रा
- सफ्फू खान
- विजय दीक्षित
- बसीर अहमद पोलू
- अमित मिश्रा
- श्रीमती अनीता श्रीवास
- संतोष सिंह
- रामकुमार पाण्डेय
साथ ही अन्य नेता और कार्यकर्ता भी उपस्थित रहे।